Tuesday, November 25, 2025
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अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव : मंत्रोच्चारण और शंखनाद के बीच हुआ पवित्र ग्रंथ गीता का पूजन, रक्षा मंत्री ने ब्रह्मसरोवर पर की पूजा-अर्चना

कुरुक्षेत्र : मंत्रोच्चारण और शंखनाद की गुंजायमान ध्वनि के बीच कुरुक्षेत्र के अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 में पवित्र ग्रंथ गीता के पूजन की रस्म को अदा किया गया है। पवित्र ग्रंथ गीता के महापूजन तथा गीता के श्लोकों के उच्चारण के बीच कुरुक्षेत्र के अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 का आगाज हो चुका है। इस आगाज के साथ ही ब्रह्मसरोवर के चारों तरफ पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकोच्चारण से पूरी फिजा ही गीतामय हो गई।

इसके साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कैबिनेट मंत्री अनिल विज, कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, कुरुक्षेत्र लोकसक्षा क्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने गीता यज्ञ में पूर्ण आहुति भी डाली और ब्रह्मसरोवर का पूजन भी किया। इस हवन यज्ञ में शंखनाद की ध्वनि के बीच ब्रह्मसरोवर के चारों तरफ श्लोकोच्चारण से पूरी फिजा ही गीतामय हो गई।

सोमवार को ब्रह्मसरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग में जैसे ही सभी मेहमानों आगमन हुआ, उसी समय मंत्रौच्चारण के बीच मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती, हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष तिजेंद्र सिंह गोल्डी, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने परम्परा अनुसार स्वागत किया। यहां पर देश के विभिन्न राज्यों से आए लोक कलाकारों ने अपने-अपने प्रदेश की वेशभूषा में सुसज्जित होकर परंपरा अनुसार सभी मेहमानों और पर्यटकों का कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर पहुंचनें पर अभिनंदन किया।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र द्वारा श£ोकोंच्चारण के बीच पवित्र ग्रंथ गीता के महापूजन से अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 का शुभारम्भ किया। इससे पहले सभी मेहमानों ने हरियाणा के पैवेलियन का उद्घाटन करने के उपरांत वहां के खान-पान, रहन-सहन, परिधानों को दर्शाने वाले स्टॉलों का अवलोकन भी किया। इसके पश्चात सभी मेहमानों ने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्यों और अधिकारियों के साथ एक ग्रुप स्मृति चित्र भी करवाया। पवित्र ग्रंथ गीता के महापूजन व हवन यज्ञ में पूर्णाहुति से इन मेहमानों के गरिमामयी आगमन के साथ अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 का शुभारम्भ हो गया।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गीता यज्ञ में पूर्ण आहुति डालने के बाद पवित्र ग्रंथ गीता का पूजन किया गया। इसके बाद सभी मेहमानों में परंपरा अनुसार पवित्र ब्रह्मसरोवर का भी पूजन किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश और प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में आध्यात्मिक, संस्कृति, ज्ञान एवं कला का दिव्य संगम हो रहा है। केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों से गीता जयंती को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का दर्जा मिला। इस पावन धरा पर सरस्वती के तट पर ही वेद, उपनिषेदों और पुराणों की रचना हुई। इतना ही नहीं सम्राट हर्षवर्धन की वैभवशाली राजधानी थानेसर भी यहीं पर है। कुरुक्षेत्र की इसी महता को जानते हुए भगवान श्रीकृष्ण ने इसे महाभारत युद्ध के लिए चुना था, यहीं पर अर्जुन को कर्मयोग का दिव्य संदेश दिया, जो आज भी मानव के लिए प्रेरणा स्त्रोत है।

गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने गीता जयंती पर्व की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 में सरस और शिल्प मेले का आगाज 15 नवंबर से हो चुका है। इस महोत्सव ने पूरी दुनिया में अपनी एक पहचान बना ली है। इस महोत्सव की परंपरा का निर्वहन करते हुए हवन यज्ञ, गीता यज्ञ और ब्रह्मसरोवर के पूजन का कार्य किया गया। यह महोत्सव आमजन का महोत्सव बन चुका है और पूरे देश और विदेश के लोग इस महोत्सव के साथ जुड़ चुके है।

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