रोहतक। रोहतक में एक मानवता को शर्मसार करता हुआ एक बार फिर मामला सामने आया है। एक निष्ठुर कलयुगी माँ ने ऑटो में गांधी कैंप स्थित मातु राम कम्युनिटी सेंटर के पास अपनी 2 से 3 दिन की जन्मी बच्ची को फेंक दिया और फरार हो गई। जब लोग उस रास्ते से सुबह जा रहे थे तो उन्होंने काली पॉलीथिन में लिपटी उस नवजात बच्ची वहां पड़े हुए देखा। राहगीरों ने इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही पीजीआईएमएस थाना पुलिस वहां पहुंचकर नवजात बच्ची को रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया। फिलहाल बच्ची की हालत में सुधार बताई जा रही है। वहीं, पुलिस नवजात के माता-पिता को खोजने की कोशिश कर रही है।
ऑटो में रखा था नवजात शिशु
रोहतक के ताजबीर कॉलोनी निवासी राकेश कुमार ने पीजीआईएमएस थाने में दी शिकायत में बताया कि उसकी दिल्ली रोड पर दुकान है। 28 अप्रैल को उसका स्टाफ घर से शॉप पर जा रहा था। उसकी शॉप के डिलिंग ब्वॉय देवा ने फोन करके बताया कि महिला आश्रम गांधी कैंप के पास खड़ी ऑटो में एक नवजात शिशु रखा है। इसकी सूचना मिलते ही वह मौके पर पहुंचा और देखा कि ऑटो में नवजात शिशु था। ऑटो की पिछली सीट नहीं थी, वहां दो-तीन दिन पहले जन्मा शिशु था।
केस दर्ज करके माता-पिता की तलाश जारी
उन्होंने बताया कि नवजात शिशु काले रंग की थैली में लिपटा था। जिसको परिवार वालों ने त्याग दिया और ऑटो में छोड़कर कहीं चले गए। जिसकी सूचना पुलिस को दे दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। बाद में पता चला कि नवजात एक बच्ची है। जिसके बाद बच्ची को रोहतक पीजीआई में भर्ती करवाया गया है। जहां पर चिकित्सकों ने नवजात बच्ची की देखभाल आरंभ कर दी। वहीं पीजीआई थाना प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि शिकायत के आधार पर नवजात बच्ची के अज्ञात माता-पिता के खिलाफ केस दर्ज करके तलाश आरंभ कर दी गई है।
पुलिस करेगी अस्पतालों में पूछताछ
पीजीआईएमएस थाना के एसएचओ अशोक कुमार ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि गांधी कैंप में मातु राम कम्युनिटी सेंटर के पास एक नवजात बच्ची पड़ी हुई है। बताया गया कि किसी अनजान महिला ने बच्ची को जन्म के बाद फेंक दिया है। इसलिए पुलिस महिला की तलाश जुट गई है। साथ ही कई अलग-अलग अस्पतालों में भी पूछताछ किया जाएगा कि क्या यहां किसी महिला ने हाल ही में दो-तीन दिन पहले किसी बच्ची को जन्म दिया है। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। इस घटना को लेकर केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। सबसे पहले बच्ची के माता-पिता का पता लगाया जाएगा। फिलहाल नवजात बच्ची पीजीआई में डॉक्टरों के देखरेख में है।