रोहतक में राज्यसभा सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने गुरुवार को रोहतक में भाजपा मीडिया सेंटर में प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस घोषणा पत्र की सातों गारंटियों पर करारा कटाक्ष किया। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विवादित बयानों और कांग्रेस की झूठी गारंटियों की आलोचना करते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा।
प्रेस वार्ता में सुधांशु त्रिवेदी ने भाजपा सरकार के 10 वर्षों में हरियाणा में हुए विकास कार्यों पर प्रकाश डाला और कहा कि पारदर्शी रोजगार प्रक्रिया से हरियाणा में भाजपा सरकार ने करीब डेढ़ लाख नौकरियां दी। प्रेसवार्ता में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता केके शर्मा, भाजपा हरियाणा प्रदेश मीडिया प्रभारी अरविंद सैनी, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी शमशेर सिंह खरक, मनोज यादव आदि उपस्थित रहे।
डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी अक्सर जातिवादी बातें करते रहते हैं, हरियाणा में सबसे अधिक समय तक कांग्रेस की सरकार थी। हरियाणा में कांग्रेस में जितने भी मुख्यमंत्री हुए हैं, उनमें से कोई भी पिछड़े वर्ग से नहीं रहा। राहुल को इसका ब्यौरा देना चाहिए कि उन्होंने कितने मुख्यमंत्री ओबीसी वर्ग से बनाए। हर बात में जाति का सवाल पूछने वाले राहुल गांधी हरियाणा मुख्यमंत्री के दावेदार की जाति अवश्य बताएं।
डॉ.सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र में शामिल 7 गारंटियों को झूठा करार देते हुए उनकी असली सात गारंटियां गिनाईं जिसमें मेरिट के आधार पर नौकरी न मिलने की गारंटी, सभी कांग्रेसी नेताओं का अपना-अपना घर भरने की गारंटी, मिर्चपुर और गोहाना जैसी भयावह घटनाएं दोबारा होने की गारंटी, नूंह के कांग्रेस विधायक मामन खान की बदला लेकर सांप्रदायिक सौहार्द खत्म करने की गारंटी, पंजाब की तरह कानून व्यवस्था बिगाड़ने की गारंटी, हिमाचल की तरह खजाना खाली करने की गारंटी और कर्नाटक की तरह किसानों के बुरे दिन आने की गारंटी शामिल है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में नौजवान नौकरी के लिए परेशान, किसान हलकान, सेना का अपमान और आपस में घमासान की गारंटी है।
डॉ त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी ने असंध में जैसी बातें की है वह देखकर लगता है कि वह किसी स्पीचराइटर की नहीं, किसी फिल्म के स्क्रिप्टराइटर की लिखी हुई कहानी उठाकर ले आए थे। उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि गैरकानूनी प्रवासियों से उनका मोह नहीं भंग होता, यह वही राहुल गांधी है जिन्होंने कहा था कि गरीबी एक मानसिक अवस्था है। राहुल गांधी ने गरीबी के बारे में सिर्फ सुना है, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबी को करीब से देखा है, यही इन दोनों नेताओं में फर्क है। राहुल गांधी से सवाल करते हुए डॉक्टर त्रिवेदी ने कहा कि क्या वे अभी अमेरिका में गैरकानूनी प्रवासियों से मिले थे और अगर वह उनसे मिले तो उनकी मीटिंग किसने कराई? साथ ही उन्होंने यह भी पूछा कि जब उन लोगों के पास 35-40 लाख रुपए थे, तो वे सीधे वीजा लेकर जा सकते थे, और नौकरी के लिए आवेदन कर सकते थे।
डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी पर भारत के विरुद्ध दुष्प्रचार का आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी ने कहा था कि चीन में बेरोजगारी नहीं है, जबकि 2013 से 2024 के बीच बेरोजगारी दर चीन में बढ़कर 24 प्रतिशत हो गई, और चीन ने अपनी बेरोजगारी का आंकड़ा देना बंद कर दिया। राहुल गांधी भारत के विरुद्ध दुष्प्रचार और हरियाणा का अपमान करते रहते हैं। राहुल गांधी ने हरियाणा का अपमान और कांग्रेस के भ्रष्टाचारी अरमान दोनों ही दिखा दिए।
मीडिया के प्रश्नों का उत्तर देते हुए डॉक्टर त्रिवेदी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना के विषय में भी राहुल गांधी झूठ बोलते हैं, बिहार में भी इस विषय में उन्होंने झूठ बोला जाति आधारित जनगणना का निर्णय बिहार में जून 2022 में हुआ जब नीतीश कुमार जी के साथ भाजपा की सरकार थी, जबकि राहुल गांधी उसे निर्णय का पूरा क्रेडिट ले लिया। कर्नाटक में कांग्रेस जाति आधारित जनगणना कर चुकी है, लेकिन उनके उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने यह ऐलान कर रखा है कि वह उसे आंकड़े को जारी नहीं होने देंगे तो वह अपने शासित प्रदेश में इसके आंकड़े जारी क्यों नहीं करवा लेते हैं? हिमाचल और तेलंगाना आदि कांग्रेस शासित राज्यों में भी वे जाति आधारित जनगणना क्यों नहीं करवाते?
रोजगार से संबंधित सवालों का जवाब देते हुए डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी ने एक अखबार में प्रकाशित एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि हरियाणा में बेरोजगारी सबसे अधिक तेजी से घटी है। इसके अतिरिक्त ड्रग्स की समस्याओं पर डॉ त्रिवेदी ने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार लंबे समय तक थी तभी वहां ड्रग्स का कारोबार शुरू हुआ था और 23000 करोड़ की ड्रग्स भारतीय जनता पार्टी सरकार ने पकड़ी।
हिमाचल प्रदेश में मस्जिद के गैरकानूनी ढांचे पर राहुल गांधी को घेरते हुए डॉक्टर त्रिवेदी ने कहा कि वह पूरे देश में कहते रहते हैं ‘डरो मत’, इसलिए उन्हें डरना नहीं चाहिए और उस गैर कानूनी निर्माण को हटाना चाहिए। डॉ त्रिवेदी ने कहा कि जब भी कांग्रेस के नेता कानूनी प्रक्रिया के कारण गिरफ्तार हो जाते हैं, तो कांग्रेस सरकार पर व्यर्थ आरोप लगाती है। कनिमोझी, सुरेश कलमाड़ी, मधु गौड़ा, मुलायम सिंह यादव, लालू यादव, जयललिता और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं के जेल जाने के समय भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं थी।
डॉ त्रिवेदी ने कहा कि हरियाणा कांग्रेस के नेता जानते हैं कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने वाली है, लेकिन वे डरे हुए हैं कि आखिर नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी किसके पास रहेगी। राहुल गांधी से पूछना चाहिए कि वह अपना हरियाणा कांग्रेस का नेतृत्व क्यों नहीं घोषित कर रहे हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा को शायद इसलिए घोषित नहीं कर रहे हैं कि वह वरिष्ठ नेता हैं, और उनकी बातें नहीं सुनेंगे और कुमारी सैलजा को इसलिए नहीं घोषित कर रहे क्योंकि वह दलित की बेटी को आगे नहीं आने देना चाहते।