MP Liquor Ban: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शराबबंदी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार 17 धार्मिक स्थलों पर शराबबंदी लागू करने जा रही है। सीएम ने राज्य के नरसिंहपुर जिले में एक समारोह के दौरान कहा कि शराब के सेवन के दुष्प्रभावों से हर कोई वाकिफ है।
हम नहीं चाहते कि हमारे युवा बिगड़ें, क्योंकि वो देश का भविष्य हैं। मध्य प्रदेश सरकार 17 धार्मिक स्थलों पर शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाएगी।
1. मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार के द्वारा “धार्मिक शहरों में पूर्ण शराब बंदी” अभूतपूर्व निर्णय है, इसके लिए मोहन यादव जी का अभिनंदन। @DrMohanYadav51@CMMadhyaPradesh
— Uma Bharti (@umasribharti) January 22, 2025
उमा भारती ने सीएम यादव के फैसले को सराहा
मध्य प्रदेश में शराबबंदी के फैसले को पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने काफी सराहा है। उन्होंने कहा, ” मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार का धार्मिक शहरों में पूरी शराबबंदी का निर्णय अत्यंत सराहनीय है। दो साल पहले हमारी सरकार द्वारा घोषित की गई शराब पर प्रतिबंध की नीति जनहित में और व्यावहारिक थी। हम पूर्ण शराबबंदी की दिशा में कदम बढ़ा रहे थे, और ये कदम उसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।”
2.दो साल पहले हमारी सरकार के द्वारा घोषित की गई शराब पर प्रतिबंध नीति बहुत ही जनहितकारी एवं व्यवहारिक थी। हम पूर्ण शराबबंदी की ओर ही बढ़ रहे थे। यह पूर्ण शराबबंदी की दिशा में एक और कदम है। @BJP4India @BJP4MP
— Uma Bharti (@umasribharti) January 22, 2025
बता दें कि शराबबंदी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती तत्कालीन सीएम शिवराज सरकार पर दबाव बनाती रही हैं। वहीं अब मोहन यादव सरकार ने कुछ हद तक इस मांग को पूरा कर दिया है। पूरे प्रदेश में न सही पर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर शराब बैन करने का फैसला ले लिया गया है।
इन शहरों में लग सकती है पाबंदी
- चित्रकूट (धार्मिक नगरी, भगवान राम ने वनवास का समय यहां बिताया)
- मैहर (मां शारदा का प्रसिद्ध मंदिर)
- दतिया (पीतांबरा माता मंदिर)
- सलकनपुर (प्रसिद्ध देवी मंदिर)
- ओरछा (रामराजा सरकार का मंदिर)
- ओंकारेश्वर ( ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग)
- उज्जैन (महाकालेश्वर मंदिर)
- अमरकंटक (नर्मदा उद्गम स्थल)
- मंडला (नर्मदा के प्रसिद्ध घाट)
- महेश्वर (कई प्राचीन मंदिर)
- मुलताई (ताप्ती उद्गम स्थल)
- जबलपुर (प्राचीन नगरी, नर्मदा घाट के लिए प्रसिद्ध)
- नलखेड़ा (मां बगुलामुखी मंदिर)
- मंदसौर (भगवान पशुपतिनाथ मंदिर)
- बरमान घाट और मंडेलश्वर (नर्मदा के प्रसिद्ध घाट)
- पन्ना (जुगलकिशोर भगवान का प्राचीन मंदिर)
- भोजपुर (महादेव का प्राचीन मंदिर)