Friday, October 18, 2024
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 सावन के पहले सोमवार के व्रत की कैसे करें तैयारी ? जानिए पूजा की पूरी विधि से लेकर इसका महत्व

हिंदी धर्म के अनुसार सावन आने में बस कुछ दिन ही बाकि रह गए हैं। सावन लगते ही मंदिरों और शिवालयों में भक्तों का अंबार लगा जाता है ,क्योंकि सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है। इस महीने शिवजी पर जल चढ़ाने, व्रत रखने और पूजा करने का महत्व है।

सावन सोमवार व्रत का महत्व

बता दें कि इस वर्ष सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है और इसी दिन सावन का पहला सोमवार भी पड़ेगा। इस दिन व्रत रखने और शिवजी का अभिषेक करने का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन सोमवार का व्रत करने से मनचाहा जीवनसाथी पाने की मनोकामना पूर्ण होती है और दांपत्य जीवन की समस्याएं दूर होती हैं.

सावन में भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा करते हैं और उनके आशीर्वाद से सुखी दांपत्य जीवन प्राप्त होता है। इसके अलावा जिन लोगों विवाह नहीं हो रहा है या विवाह में कोई बाधा आ रही है, उनके लिए भी सावन में सोमवार का व्रत रखना लाभकारी होता है। सावन सोमवार व्रत रखने से जातक के जीवन में सुख, समृद्धि, शांति, धन, संपत्ति आदि की प्राप्ति होती है।

कैसे करें व्रत की तैयारी

ऐसे में अगर आप भी सावन के सोमवार का व्रत रखने की तैयारी कर रहे हैं तो सामग्री से लेकर अभिषेक तक की विधि जानना आपके लिए बेहद जरूरी है। आइए आज हम आपको बताते हैं पूजा की पूरी विधि। सोमवार का व्रत करने के लिए सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके साफ कपड़े पहन लें, इसके बाद मंदिर जाकर या फिर घर में ही भगवान शिव का पूजन करें। आपको शिवलिंग पर अभिषेक करने के लिए दूध, गंगाजल, दही, शहद और घी आदि सामग्रियों की जरूरत पड़ेगी। अभिषेक करने के बाद बेल पत्र, धतूरा और भस्म में विशेष रूप से चढ़ाएं, इसके बाद धूप दीप जलाकर भगवान की आरती करें। सावन में शिवलिंग पर अभिषेक करने से भगवान प्रसन्न होते हैं।

भगवान के भोग प्रसाद के लिए आप कोई भी मीठा, साथ ही आप मौसम में उपलब्ध फलों का उपयोग कर सकते हैं। जिसके बाद आप स्वयं प्रसाद ग्रहण करें। इस ​दिन आप व्रत रहें और केवल फलाहार करके दिन व्यतीत करें।

पूजा समय

सावन के पहले सोमवार पर आप शिव जी की पूजा ब्रह्म मुहूर्त के बाद से कर सकते हैं। शिव जी की पूजा के लिए पूरा दिन शुभ होता है, भगवान शिव की पूजा के लिए राहुकाल भी अशुभ नहीं होता है।

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