Bharatpol Portal: अंतरराष्ट्रीय अपराधियों का नेटवर्क और उनकी पकड़ अब और आसान हो गई है। भारत सरकार विदेश में छिपे वांटेड अपराधियों को लेकर पूरी तरह से सख्त हो चुकी है। जो अपराधी भारत में अपराध करके विदेश भाग जाते हैं या विदेश में बैठे-बैठे भारत में जुर्म का सिंडिकेट चलाते हैं, उनके खिलाफ अब राज्यों की पुलिस को इंटरपोल की तरह ही एक सशक्त हथियार मिल गया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने किया लॉन्च
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को दिल्ली में भारतपोल पोर्टल लॉन्च कर दिया है। इस पोर्टल के माध्यम से देश से भागने वाले अपराधियों पर अब नजर रखने में आसानी होगी। बता दें कि भारतपोल पोर्टल को इंटरपोल की तर्ज पर बनाया गया है। इससे जांच एजेंसियों को साइबर और फायनेंशियल समेत अन्य क्राइम में इंटरनेशनल पुलिस से तुरंत मदद मिलेगी।
Addressing the launching ceremony of #BHARATPOL, a global interface to curb borderless crimes.
https://t.co/6WuoOwdzhY— Amit Shah (@AmitShah) January 7, 2025
कैसे काम करेगा ‘भारतपोल’?
भारतपोल का मकसद सिर्फ अपराधियों को पकड़ना नहीं, बल्कि समय रहते उनके खिलाफ शिकंजा कसना और अपराध को जड़ से खत्म करना है। ये एक एडवांस्ड ऑनलाइन पोर्टल है, जिसे सीबीआई ने तैयार किया है। जांच एजेंसियां और राज्यों की पुलिस विदेश भागे अपराधियों और क्राइम से जुड़ी जानकारी इंटरपोल से मांग सकेंगी।
वहीं, पोर्टल के जरिए CBI किसी केस की जांच में मदद मांग सकेगी। इंटरपोल के अन्य सदस्य देशों की जांच एजेंसियों से भी जानकारी मांग सकेगी। साथ ही अन्य देशों की सहायता के लिए क्राइम डेटा और खुफिया जानकारी शेयर भी कर सकती है। इसके सफल ट्रायल के बाद अब शुरुआत हो चुकी है।
गृह मंत्रालय की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया है कि, साइबर क्राइम, फायनेंशियल क्राइम, ऑनलाइन टेररिज्म, संगठित अपराध, ड्रग्स स्मगलिंग, ह्यूमन ट्रैफिकिंग आदि समेत इंटरनेशनल क्राइम की संख्या बढ़ रही है। इनकी जांच के दौरान कई बार अन्य देशों की मदद लेनी पड़ती है।
साथ ही देश में अपराध कर विदेश भागने वाले अपराधियों को वापस लाकर सजा दिलवाना आज भी सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती है। इसके लिए भारतीय एजेंसियां इंटरपोल समेत अन्य विदेशी सुरक्षा एजेंसियों की मदद लेती हैं। अब भारतपोल के जरिए इंटरपोल और अन्य देशों से तुरंत अपराधियों का डेटा मिल जाएगा।
क्या है इंटरपोल?
इंटरपोल (INTERPOL) यानी इंटरनेशनल क्रिमिनल पुलिस ऑर्गेनाइजेशन, दुनिया का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन है। ये एक ऐसी संस्था है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी देशों की पुलिस के बीच तालमेल करती है। ये 195 देशों की जांच एजेंसियों का संगठन है।
जिसके जरिए अपराधियों के बारे में सूचनाओं का लेनदेन और उन्हें दबोचने के लिए इंटरनेशनल नोटिस जारी होते हैं। भारत की तरफ से सीबीआई इससे जुड़ी है. वहां इनके अधिकारी नियुक्त है। संस्था 1923 से काम कर रही है। इंटरपोल का मुख्यालय फ्रांस के लियोन शहर में है।