Delhi News : राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में एकता दौड़ को हरी झंडी दिखाई और लोगों को एकता की शपथ भी दिलाई।
इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल, डॉ. मनसुख मांडविया, दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री बंडी संजय कुमार सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
शाह ने कहा कि आज़ादी के आंदोलन और आज़ादी के बाद भारत के वर्तमान मानचित्र के निर्माण में सरदार पटेल की बहुत बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने बैरिस्टर की प्रैक्टिस छोड़कर महात्मा गांधी के आह्वान को स्वीकार कर आज़ादी के आंदोलन में हिस्सा लिया। उनकी नेतृत्व क्षमता तब पता चली जब 1928 में किसानों के प्रति अन्याय के खिलाफ बारदोली सत्याग्रह हुआ।
मंत्री मंत्री ने आज़ादी के बाद अंग्रेज़ों ने देश को 562 रियासतों में बांट दिया और सब लोग चिंतित थे कि इतनी सारी रियासतों में बंटा देश किस प्रकार अखंड भारत बन सकता है। उन्होंने कहा कि यह सरदार पटेल साहब के प्रयास, दृढ़ता और क्षमता थी कि बहुत कम समय में सभी 562 रियासतों को एकजुट कर वर्तमान भारत का मानचित्र बन सका और उसी से आज के भारत की नींव पड़ी। उन्होंने कहा कि काठियावाड़, भोपाल, जूनागढ़, जोधपुर, त्रावणकोर और हैदराबाद ने अलग-अलग प्रकार के प्रयास किए लेकिन सरदार साहब की लौह दृढ़ता ने इन सभी का समन्वय करते हुए एक अखंड भारत की रचना की। श्री शाह ने कहा कि उसमें एक ही चीज़ छूट गई थी कि धारा 370 के कारण कश्मीर हमारे साथ पूर्ण रूप से जुड़ना बाकी रह गया था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी ने सरदार साहब का वो काम भी पूरा कर दिया और आज अखंड भारत हमारे सामने है।
अमित शाह ने कहा कि देश की एकता, अखंडता और आंतरिक सुरक्षा में सरदार साहब ने जो रास्ता दिखाया है उसी पर आज देश आगे बढ़ रहा है।


