Bihar-Nepal Border: बिहार-नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा की व्यवस्था और अधिक कड़ी कर दी गई है. खुफिया एजेंसी के माध्यम से ये सूचना मिली है कि 10 से ज्यादा आतंकी बिहार में घुसपैठ करने की तैयारी में जुटे हुए हैं. ये संदिग्ध आतंकी नेपाल के रास्ते ठाकुरगंज से बिहार में घुसना चाहते हैं. बताया जा रहा है कि ये आतंकवादी जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश, हरकत-उल जिहाद अल-इस्लामी और बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी जैसे कट्टर इस्लामिक संगठनों से जुड़े हुए हैं. इस सूचना के आते ही सुपौल, सीतामढ़ी, अररिया और किशनगंज जैसे सीमावर्ती जिलों में सशस्त्र सीमा बल और स्थानीय पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था और अधिक कड़ी कर दी है.
Bihar-Nepal Border: अगले दो महीने तक कर्फ्यू रहेगा जारी
इस सूचना के सामने आने के बाद सुपौल जिले से सटी नेपाल सीमा में सुरक्षा बलों को अलर्ट मोड पर रखा गया है. खासकर वीरपुर, निर्मली और कोसी नदी के दियारा क्षेत्रों में SSB और बिहार पुलिस ने संयुक्त रूप से गश्त बढ़ा दी है. किशनगंज में भी 15 किमी के दायरे में आधार वेरिफिकेशन, फिंगरप्रिंटिंग और रेटिना स्कैन जैसे कदम उठाए जा रहे हैं. नेपाल सीमा पर रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक दो महीने तक कर्फ्यू जारी रहेगा.
स्थानीय लोगों से प्रशासन ने सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की है. SSB और पुलिस की संयुक्त टीमें सीमा पर हर गतिविधि पर नजर रख रही हैं, लेकिन खुली सीमा और स्थानीय सहायता से घुसपैठ की आशंका इसके बावजूद बनी हुई है.
नेपाल के पीएम ने भारत को दिया भरोसा
नेपाल और बिहार की सीमा हमेशा से ही संवेदनशील इलाका मानी जाती है. यहां की खुली सीमा का घुसपैठिया गलत इस्तेमाल करते हैं. हालांकि नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली ने भारत को भरोसा दिया है कि उनकी जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होगा. लेकिन खुफिया सूचनाओं के आधार पर ISI और बांग्लादेशी संगठन नेपाल के रास्ते घुसपैठ की साजिश रच रहे हैं.