Haryana News : गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने कहा कि राज्य सरकार एवं गौ सेवा आयोग का मुख्य उद्देश्य गौवंश के लिए रहने के उचित व्यवस्था, उपचार, हरा चारा व स्वच्छ जल उपलब्ध करवाने के लिए गौशालाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने जींद में आयोजित बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि नंदीशाला/गौशालाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित करें और कार्य योजना बनाकर सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गौवंश को नंदी व गौशालाओं में पहुंचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि हम सब का उद्देश्य दूसरी गौ सेवक समितियों के साथ तालमेल बिठाकर गोवंश को सभी मूलभूत सुविधाएं प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि आयोग गौशालाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। राज्य सरकार द्वारा गौशालाओं में विस्तारीकरण व नई गौशाला खोलने के लिए 70 करोड़ रुपये का बजट पास किया गया।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गौवंश की देखभाल के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं तैयार की जा रही है, गऊओं/नंदियों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक नंदी/गऊओं की टैगिंग करवाएं और गऊशालाओं के प्रतिनिधियों द्वारा जो पोर्टल पर ग्रांट के लिए प्रस्ताव भेजा जाता है उसे एक सप्ताह के अन्दर- अन्दर वैरिफाई कर भिजवाना सुनिश्चित करें ताकि उन गऊशालाओं में सहायता राशि भेजी जा सके।
उन्होंने सरकार द्वारा लागू की गई गौ सेवा आयोग की उपलब्धियों के बारे बताते हुए कहा की प्रदेश की 331 गौशालाओं में सरकार द्वारा सोलर पॉवर प्लांट लगाए गए है और शेष गौशालाओं में जल्द लगाने की योजना हैं जिसका जल्द क्रियान्वयन किया जायेगा व इसके साथ ही राज्य की प्रत्येक गौशाला को दो रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली मुहैया करवाई जाती है और गौशालाओं द्वारा जमीन खरीदने पर चार प्रतिशत की बजाय एक प्रतिशत रजिस्ट्री खर्च लिया जाता है।
उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि सभी अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझकर सेवा भाव से गौवंश की सेवा करें। उन्होंने सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि गौवंश की सेवा से बढक़र कोई सेवा नहीं है।