Haryana News : पलवल के सिविल सर्जन डा. जय भगवान जाटान ने बताया कि सर्दी का मौसम शुरू हो गया है। इस मौसम में आमजन डेंगू के मच्छरों से अपना बचाव रखें। उन्होंने बताया कि जिला उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने सभी नगर परिषद और सभी पंचायत अधिकारियों को हर 15 दिन मे फॉगिंग करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि मलेरिया व डेंगू के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घर- घर जाकर मच्छर के लार्वा की जांच कर रही है और बुखार आने पर मलेरिया, डेंगू की जांच के लिए लोगों को जागरूक कर रही है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग कि टीमों ने अब तक 1538 ऐसे घरों मे हिदायत संबंधी नोटिस दिए है, जिसमें मलेरिया, डेंगू मच्छरों के लार्वा पाए गये है। उन्होंने बताया कि पानी जहां भी जमा हो जाता है वहां पर मलेरिया व डेंगू फैलाने वाले मच्छर अंडे देना शुरू कर देते है जिससे मच्छरों की ज्यादा बढ़ोतरी हो जाती है और बीमारी फैलने की आशंका भी बढ़ जाती है। समुदाय में लोग अपने घरों व दफ्तरों के आसपास पानी एकत्रित न होने दे, अगर पानी के निकासी की सुविधा न हो तो उसमे काला तेल व मिट्टी का तेल डाल दे जिससे मच्छर के लार्वा व अंडे समाप्त हो जाते हैं। हर साल की तरह इस बार भी लार्वा की जांच करने के लिए 20 ब्रीडिंग चेकर रखे गये है। सिविल सर्जन ने बताया कि सिविल अस्पताल पलवल में डेंगू व मलेरिया की मुफ्त जांच उपलब्ध है। कोई भी बुखार का मरीज डेंगू व् मलेरिया की जांच करा सकता है।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.नवीन गर्ग ने सभी आमजन से सप्ताह में प्रत्येक रविवार को समुदाय में ड्राई डे मनाने के लिए अपील की है। इसके तहत घरों मे रखे कूलर व छतों पर रखी टंकियों को रगड़कर साफ़ करे व पीने के पानी को ढक कर रखे। इसके आलवा फ्रीज की ट्रे को सप्ताह में एक बार जरूर साफ़ करे। वहीं स्वस्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर पानी के स्रोतों की लगातार जांच कर रही है। जिले में हर महीने 1 से 10 तारीख तक रैपिड फीवर सर्वे किया जाता है ।
जिला पलवल मे अर्बन मलेरिया विभाग की टीम डेंगू व मलेरिया के बचाव के लिए लगातार कार्य कर रही है। जिले में अब तक 1,29,685 रक्त के नमूने लिए जा चुके है जिनमे मलेरिया का 2 केस, डेंगू के 29, चिकनगुनिया के 12 केस पाए गए है। जिला पलवल का स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर पूरी तरह से मुस्तैदी के साथ अपने कार्य में लगा हुआ है। जिला पलवल मे डेंगू के लार्वा की जांच के लिए अब तक 10,51,874 से ज्यादा घरों मे लार्वा की जांच हो चुकी है जिनमें घरों के कूलर, टंकी, फ्रिज की ट्रे की जांच हो चुकी है। इसके साथ ही तालाब व गंदे नाले है उनकी सफाई के लिए नगर परिषद भी कार्य कर रहा है।
डा. मंजीत गौतम ने बताया की जिला की 288 जोहड़ों मे लार्वा को खाने वाली गम्बुजिया मछली छोड़ी जा चुकी है जिनमे स्वास्थ्य विभाग की टीमो द्वारा एंटी लार्वा संबंधित जरूरी एक्टिविटी करवाई जा रही है, जिसके तहत एक सघन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। डेंगू के लिए आमजन की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नं. 01275-240022 है।
डेंगू के लक्षण
- अकस्मात तेज बुखार का होना, अचानक तेज सिर दर्द होना, मांसपेशियों तथा जोड़ों मे दर्द होना, आंखों के पीछे दर्द होना, जोकि आंखों को घुमाने से बढ़ता है।
यह करें
- घरों के आसपास गड्ढों को मिट्टी से भरवा दे, अपने कूलर-होदी या पानी से भरे हुए बर्तन सप्ताह में एक बार अवश्य खाली करें व कपडे से अच्छी तरह से रगड़ कर साफ करके प्रयोग करे। शरीर को ढक कर रखे और मच्छर रोधी दवा या क्रीम व कीटनाशक दवाई से उपचारित मच्छरदानी का उपयोग करें एवं पूरी बाजू के वस्त्र पहनें। छतों पर रखी पानी की टंकियों को ढक्कन लगाकर बंद रखे। बुखार आने पर डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
यह न करें
- स्वयं दवा न खाएं, एसप्रिन, ब्रुफेन दवाइयों का सेवन न करें। पुराना सामान जैसे टायर, ट्यूब, खाली डिब्बे, पॉलिथीन के लिफाफे खुले मे न फेंके, ताकि बरसात का पानी उनमें न भरे। कार्य में न आ रहे कुलर में पानी इकठ्ठा न होने दें। हैंडपंप या नल के आस-पास पानी जमा न होने दें। टायर ट्यूब, खाली डिब्बे खुले में न छोड़ें।