भिवानी : प्रो. डॉ० पवन कुमार शर्मा ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (Board of School Education Haryana) के अध्यक्ष का और सतीश कुमार ने बोर्ड उपाध्यक्ष का पदभार संभाल लिया है।
इस अवसर पर बोर्ड अध्यक्ष की माता मनपती देवी, पुत्री डॉ० नैन्सी शर्मा और परिवारजनों का बोर्ड अधिकारियों तथा शहर के गणमान्य लोगों ने फूल मालाएं व गुलदस्ते भेंट कर स्वागत किया।
उल्लेखनीय है कि प्रो0 (डॉ०) पी.के. शर्मा हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में संयुक्त सचिव के पद पर भी रह चुके हैं। वह वर्तमान में चरखी दादरी के गवर्नमेंट पी.जी. कॉलेज में प्राचार्य के पद पर कार्यरत थे। उन्हें शिक्षा क्षेत्र में करीब 35 साल लम्बा अनुभव है।
प्रो. डॉ० पीके शर्मा ने अपनी नियुक्ति के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व शिक्षामंत्री महिपाल ढांडा का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने उन पर जो विश्वास जताया है वह उसे सार्थक सिद्ध करेंगे तथा उपाध्यक्ष व सचिव के साथ मिलकर बोर्ड को उच्च मुकाम पर ले जाएंगे।
शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करने को अपनी प्राथमिकता मानने वाले डॉ. पी.के. शर्मा का शिक्षा क्षेत्र से जुड़ाव कई दशकों का है। वे शिक्षा बोर्ड के उन सभी क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव के हिमायती व पैरोकार हैं, जिनसे शिक्षा जगत का बहुआयामी विकास हो।
उन्होंने कहा कि शिक्षा-परीक्षा में गुणात्मक सुधार, परीक्षाओं में नकल पर अंकुश लगाने तथा शिक्षा बोर्ड की कार्यप्रणाली को ओर अधिक उत्तरदायी, त्वरित, पारदर्शी व विद्याथियों/शिक्षकों के लिए संतुष्टिपूर्ण बनाने के लिए सत्त व सार्थक प्रयास किए जाएंगे। उनका मानना है कि शिक्षा के माध्यम से व्यक्ति को गुणवान, सुशील, ज्ञानवान, समाज व देश के प्रति समर्पित बनाया जा सकता है।
बोर्ड उपाध्यक्ष सतीश कुमार ने भी अपनी नियुक्ति के लिए माननीय मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री का हृदय से आभार व्यक्त किया और कहा कि शिक्षा बोर्ड की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावशाली व पारदर्शी बनाया जाएगा।
इस अवसर पर बोर्ड सचिव डॉ. मुनीश नागपाल ने भी पत्रकारों से प्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि बोर्ड की परीक्षाएं सुचारू रूप से चल रही है और जो भी नकल से संबंधित मामले हमारे सामने आ रहे हैं उन पर बोर्ड तुरन्त प्रभाव से कड़ी कार्यवाही कर रहा है। वर्तमान में चल रही परीक्षाओंं में कुछ जगहों पर जहां भी नकल के मामले सामने आ रहे हैं, आरोपी लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाई जा रही हैं, इसके अलावा संलिप्त कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के लिए लिखा जा रहा है। शिक्षा बोर्ड का उद्देश्य बोर्ड परीक्षाओं को पूर्णतया नकल रहित संचालित करवाना है