चंडीगढ़। हरियाणा के डिप्टी सीएम ने कहा कि नरवाना के गैबी साहिब मन्दिर तालाब को ऐतिहासिक धरोहर बनाया जाएगा। इस पर 5 करोड़ 63 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके धरोहर बनने से नरवाना हल्का की अलग पहचान बनेगी। राज्य सरकार द्वारा नरवाना हल्के के विकास कार्यों के लिए अब तक 800 करोड़ रुपए की राशि खर्च की गई है। इस राशि से नरवाना हल्के की तस्वीर बदली है और इसका सीधा फायदा क्षेत्र के लोगों को मिला है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि 800 करोड़ की राशि से नरवाना हलके का सड़क तंत्र तो मजबूत हुआ है। प्रत्येक गांवों में व्यायामशाला, पार्क, तालाबों का सौंदर्यीकरण, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पंचायत घर, युवाओं के लिए जिम का सामान, लाईब्रैरी, गांव की फिरनी, सामूहिक चौपाल, गलियों का निर्माण व अन्य कार्यों का निर्माण करवाया गया है।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने यह बात जींद जिला के गांव जाजनवाला में स्वर्गीय चौधरी शेर सिंह नैन ( पूर्व सरपंच ) व उसकी धर्मपत्नी रजिया देवी की मूर्ति स्थापना करने उपरान्त सम्मान समारोह में जनसभा को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे के लगते गांव सच्चा खेड़ा के ग्रामीण मुझे मिले थे और कहा था कि यहां पर दुर्घटनाएं होने का अंदेशा बना रहता है। इस पर अधिकारियों को बुलाकर तुरंत मंजूरी दिलवाई गई। अब सच्चा खेड़ा गांव जिले का इकलौता गांव है जहां गांव के लिए बाईपास निकाला जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा गठबंधन सरकार द्वारा प्रदेश में 1100 लाइब्रेरियां बनाई जा चुकी है, इन लाइब्रेरियों के बन जाने से प्रत्येक गांवों का युवा शिक्षित तो होगा ही ,साथ ही उनको रोजगार के अवसर भी प्रदान होगें। उन्होंने कहा कि नरवाना में एचएसआईआईडीसी में लगातार नए उद्योग स्थापित हो रहे है , जिससे क्षेत्र के युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 600 से अधिक सेवाएं ऑनलाइन की गई है। अब ग्रामीण सीएचसी के माध्यम से इन सेवाओं का लाभ घर बैठे प्राप्त कर सकते है। उन्होंने कहा कि अब किसानों को फर्द निकलवाने के लिए पटवारियों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। वे सीधा सीएचसी सैंटर पर जाकर अपनी फर्द निकलवा सकते है। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकारों द्वारा किसानों की प्राकृतिक आपदा से फसल खराब हो जाती थी तो उनको मुआवजा एक या पांच रूपए ही दिया जाता था, अब मौजूदा गठबंधन सरकार द्वारा किसानों की प्राकृतिक आपदा से फसल के खराबे का मुआवजा प्रति एकड़ 15 हजार रुपए देने का काम किया है। पहले किसान मंडियों में अपनी फसल बेचने जाते थे उनको दो या तीन रात मंडियों में गुजारनी पड़ती थी, अब राज्य सरकार द्वारा किसानों की सुविधा के लिए अनेक हितेषी फैसले लिए गए जिसमें अब किसानों की फसलें साथ की साथ बिक जाती है और किसान की फसल बिकने के बाद 72 घंटे के अन्दर सीधा पैसा उनके खातों में पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि अब किसी भी व्यक्ति को बीपीएल कार्ड के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ते , ऑनलाइन प्रक्रिया से ही उनकी आय के हिसाब से ही बीपीएल कार्ड ऑटोमैटिक बनकर घर आ जाता है।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जाजनवाला के ग्रामीणों द्वारा रखी गई फिरनी को पक्का करने, पार्क का निर्माण करने, व्यायामशाला बनाने की मांग पर कहा कि इन सभी कार्यों को एचआरडीएफ के तहत एस्टिमेट बनाकर व ग्राम सभा में रेजुलेशन पाकर मुख्यालय पर भिजवा दें। इन सभी कार्यों को अमलीजामा पहनाने का काम किया जाएगा। इन सभी कार्यों के लिए राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष 400 करोड़ रुपए का अलग से बजट रखा गया है। इसके बाद गांव कलौदा में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जनसभा को संबोधित किया और दस गांवों के किसानों द्वारा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के सम्मुख रजवाहा का लेवल ठीक करवाने की मांग रखी। इस पर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने किसानों को कहा कि उच्च अधिकारियों के साथ इस मामले को लेकर बैठक आयोजित की जाएगी और रजवाहे के लेवल को ठीक किया जाएगा ताकि सभी गांवों में नहरी पानी बराबर का मिल सके।