Haryana Weather: हरियाणा में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। मानसून की लय अभी बनी नहीं है। मानसून ट्रेन आधे हरियाणा में पहुंच गई है जबकि अभी आधा हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अभी भी मानसून की आगमन की प्रतीक्षा जारी है। लोगों को गर्मी और उमस से परेशान होना पड़ रहा है।
मौसम विशेषज्ञ डॉ चंद्र मोहन ने बताया कि वर्तमान परिदृश्य पिछले सालों की तुलना में इस साल मानसून की चाल में बदलाव देखने को मिल रहा है जलवायु परिवर्तन का असर साफ तौर पर दिखाई दे रहा है।आमतौर पर हरियाणा में पहले उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में मानसून का प्रवेश होता है जबकि पश्चिमी हिस्सों में सबसे बाद में प्रवेश होता है। इस साल हरियाणा के उत्तरी जिलों के साथ पश्चिमी जिलों में मानसून पहले पहुंच गया है। हालांकि हरियाणा में मानसून का मंगल प्रवेश 24 जून मंगलवार को हो चुका है। पंचकूला अंबाला यमुनानगर कुरुक्षेत्र करनाल पानीपत सोनीपत कैथल जींद सिरसा फतेहाबाद हिसार सभी जिलों में मानसून की एंट्री हो गई है। जबकि भिवानी चरखी दादरी महेंद्रगढ़ रेवाड़ी गुड़गांव पलवल मेवात फरीदाबाद रोहतक झज्जर में अभी मानसून का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। कुल मिलाकर अभी हरियाणा के 12 जिलों में मानसून पहुंच चुका है जबकि 10 जिलों में मानसून का इंतजार है।
वहीं मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले एक दो दिनों के दौरान हरियाणा एनसीआर दिल्ली में बारिश की गतिविधियों में हल्की कमी देखने को मिलेगी, परन्तु कहीं कहीं बिखराव वाली हल्की बारिश बूंदा-बांदी की गतिविधियां जारी रहेगी। बादलों की आवाजाही और सम्पूर्ण इलाके में उमसभरी पसीने छुटाने वाली गर्मी अपने रंग दिखाएगी।
मानसून की लय और सुर-ताल 28-29 जून से आने की संभावना बन रही है। क्योंकि एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर 28 जून को सक्रिय होने से सम्पूर्ण इलाके में मौसम में फिर से बदलाव देखने को मिलेगा। वहीं जुलाई महीने के पहले सप्ताह में मानसून सुर-ताल और एक लय की प्रबल सम्भावना बन रही है।