Haryana Weather : हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर में आमतौर पर मौसम शुष्क और साफ़ बना हुआ है। सम्पूर्ण इलाके में लगातार उत्तरी पश्चिमी हवाएं चलने से दिन के तापमान में बढ़ोतरी जबकि रात्रि तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।
मौसम विशेषज्ञ डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि हरियाणा एनसीआर दिल्ली से मानसून की पूर्ण रूप से विदाई हो चुकी है। राजस्थान और हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर लगातार प्रति चक्रवातीय सर्कुलेशन बनने से लगातार उत्तरी पश्चिमी शुष्क हवाएं सम्पूर्ण इलाके से लगातार नमी को सोख रही है और साथ ही सुबह से शाम तक सूर्य की तपिश में बढ़ोतरी से से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में दिन के तापमान में बढ़ोतरी जबकि रात्रि के समय उत्तरी हवाओं से रात्रि तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर दिन के तापमान 35.0 डिग्री सेल्सियस से 38.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दिन के तापमान जबकि रात्रि तापमान 22.0 डिग्री सेल्सियस से 25.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है। शनिवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा 20° उत्तर/69° पूर्व, वेरावा, भरूच, उज्जैन, झाँसी, शाहजहांपुर और 30° उत्तर/81° पूर्व से होकर गुजर रही है। अगले कुछ दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं।
क्योंकि कल रविवार 28 सितंबर को उत्तर-पश्चिम और उससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र। पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया, एक अवदाब डिप्रेशन में परिवर्तित हो गया है। इसके दक्षिण ओडिशा और दक्षिण छत्तीसगढ़ से होते हुए लगभग पश्चिम की ओर बढ़ते रहने और अगले 24 घंटों के दौरान धीरे-धीरे कमजोर होकर एक सुस्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है।
हालांकि इस मौसम प्रणाली का हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर सीधा प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि एक सशक्त प्रतिचक्रवात सर्कुलेशन की वजह से लगातार उत्तरी पश्चिमी हवाएं चलने से इस मौसम प्रणाली का केवल हरियाणा एनसीआर दिल्ली के दक्षिणी और दक्षिण पूर्वी जिलों पर आंशिक प्रभाव 1-5 अक्टूबर के दौरान देखने को मिलेगा क्योंकि इस दौरान प्रतिचक्रवात सर्कुलेशन कमजोर पड़ेगा इस मौसम प्रणाली के असर से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में दक्षिणी पूर्वी हवाओं की वजह और कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से मौसम परिवर्तन शील और बादलों की आवाजाही के साथ पहले उत्तरी उसके बाद पूर्वी और दक्षिणी जिलों में बिखराव वाली खंड बारिश बूंदाबांदी की सम्भावना बन रही है।