Weather : हरियाणा एनसीआर दिल्ली में लगातार हाड़ कंपा देने वाली ठंड का सितम जारी है। उत्तरी बर्फिली हवाओं ने सम्पूर्ण इलाके में एक बार फिर से आमजन को ठिठुरने के लिए मजबूर कर दिया है। सोमवार को पश्चिमी प्रणाली हरियाणा एनसीआर दिल्ली से आगे निकल चुकी है। जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाक़े में एक बार फिर से उत्तरी बर्फिली हवाएं चलने से दिन और रात के तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी ।
मौसम विशेषज्ञ डॉ चंद्र मोहन ने बताया कि वर्तमान परिदृश्य में हरियाणा एनसीआर दिल्ली में कड़ाके की हाड़ कंपा देने वाली ठंड का सितम जारी है। जैसे ही मौसम प्रणाली आगे निकली हवाओं की दिशा में एक बार फिर से बदलाव हो गया है। उत्तरी बर्फिली हवाएं हिमालय की हिमाच्छादित शिखरों से सीधी मैदानी राज्यों की तरफ रूख हों गया है जिसकी वजह से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में कल मकर-संक्रांति पर अधिकतर स्थानों पर एक बार फिर से दिन और रात के तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। हालांकि मकर-संक्रांति पर सूर्य उत्तरायण होने लगता है और धीरे-धीरे ठंड का असर भी कम होने लगता है।
मकर संक्रांति सूर्य के उत्तरी मार्ग (उत्तरायण) की शुरुआत का प्रतीक है। सूर्य के मार्ग में यह परिवर्तन उस समय होता है जब वह मकर राशि में प्रवेश करता है। इसलिए इस त्यौहार को “मकर संक्रांति” कहा जाता है। संस्कृत में ‘संक्रांति’ शब्द का अर्थ परिवर्तन है।मकर संक्रांति का विशेष महत्व है क्योंकि यह “नई शुरुआत” का प्रतीक है। इस दिन से, उत्तरी गोलार्ध में दिन की अवधि बढ़ती है और रात धीरे-धीरे कम हो जाती है। परन्तु इस साल ऊपरी जेट धाराएं दक्षिणायन होने से जो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहें हैं उनसे उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर बर्फबारी और मैदानी राज्यों में बारिश बूंदा-बांदी की गतिविधियां हों रही है जिसकी वजह से आने वाले दिनों उत्तरी भारत में लगातार हाड़ कंपा देने वाली ठंड अपने तेवर दिखातीं रहेंगी। 15 जनवरी को भी एक उसके बाद 19 जनवरी को एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से सम्पूर्ण इलाके में फिर से मौसम में बदलाव और तापमान में उतार चढाव देखने को मिलेगा। हालांकि 15 जनवरी को हरियाणा एनसीआर दिल्ली में इस मौसम प्रणाली का असर केवल कुछ दक्षिणी हिस्सों पर ही देखने को मिलेगा। परन्तु इस मौसम प्रणाली द्वारा उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर बर्फबारी होने से आने वाले दिनों में लगातार ठंड अपने तेवरों दिखातीं रहेंगी।