Farmers News : हरियाणा सरकार ने किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया है कि राज्य में खरीद संस्थाओं द्वारा खरीदे जा रहे बाजरे के मूल्य में 50 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ोतरी करते हुए खरीद संस्थानों द्वारा बाजरे की खरीद 2200 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीद करेगी और भावांतर भरपाई योजना के अंतर्गत 575 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से किसानों के बैंक खातों में सीधे तौर पर स्थानांतरित किए जाएंगे।
पलवल के उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने बताया कि इससे किसानों को सरकार द्वारा खरीद किए जा रहे बाजरे पर भारत सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य 2775 रुपये की अदायगी होगी। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पहले यह राशि 2150 रुपए प्रति क्विंटल थी और भावांतर भरपाई योजना के अंतर्गत 625 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से किसानों के खातों में स्थानांतरित किए गए, जिसके फलस्वरूप राज्य के किसानों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन की अदायगी हो रही है।
उन्होंने बताया कि किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है। इसके अलावा निजी व्यापारियों द्वारा राज्य के किसानों से ई – खरीद माध्यम से बाजरे की खरीद 2200 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक किसी भी दर पर खरीदा जाता है तो उस स्थिति में भी सरकार किसानों को भावांतर भरपाई योजना के अंतर्गत निर्धारित 575 रुपये प्रति क्विंटल राशि का भुगतान करेगी। इस स्थिति में राज्य के किसानों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक राशि का लाभ होगा।
उल्लेखनीय है कि राज्य के किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए राज्य में खरीफ सीजन 2025-26 के दौरान बाजरे की खरीद शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि बाजरे की खरीद हैफेड एवं हरियाणा राज्य भण्डारण निगम खरीद संस्था द्वारा खरीद की जा रही है।