हरियाणा के युवाओं को वैश्विक स्तर पर रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में आज महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) के निदेशक मंडल द्वारा मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी की अध्यक्षता में हुई बोर्ड की 12वीं बैठक में कई परिवर्तनकारी प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। बैठक में बोर्ड के राज्य में विश्वस्तरीय कौशल विकास, रोजगार सृजन और कार्यबल के आधुनिकीकरण पर विशेष जोर दिया गया।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि एचकेआरएन की सभी नियुक्तियों का डेटाबेस आधार से जोड़कर पारदर्शिता, सटीकता और दक्षता सुनिश्चित की जाए।
प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय अवसरों के अनुरूप कार्यबल विकसित करने के लिए बोर्ड द्वारा “विदेशी भाषा सहायता एवं प्रतिपूर्ति योजना (फॉरेन लैंग्वेज सपोर्ट एंड रीइंबर्समेंट स्कीम) को स्वीकृति दी गई। इस योजना का उद्देश्य जर्मन, जापानी और इतालवी जैसी विदेशी भाषाओं के प्रशिक्षण और प्रमाणन शुल्क की प्रतिपूर्ति करके विदेशी रोजगार की क्षमता बढ़ाना है। यह पहल बजट भाषण 2023–24 की उस घोषणा के अनुरूप है, जिसमें हरियाणा के युवाओं को विदेशों में नियुक्तियों के लिए तैयार करने पर बल दिया गया था।
जैसे-जैसे वैश्विक गतिशीलता भाषा प्रवीणता पर निर्भर हो रही है, यह योजना प्रमाणित उम्मीदवारों का एक तैयार पूल बनाने में मदद करेगी, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय नौकरी की आवश्यकताएं उत्पन्न होते ही तैनात किया जा सकता है। एचकेआरएन, जो अब विदेशों से जनशक्ति मांग प्राप्त करने वाली एक पंजीकृत भर्ती एजेंसी है, का मानना है कि यह योजना अंतरराष्ट्रीय उद्योग की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
एफएलएसआरएस के पायलट चरण के तहत, 100 उम्मीदवारों का चयन विदेशी भाषा प्रशिक्षण और प्रमाणन परीक्षाओं के लिए प्रतिपूर्ति प्राप्त करने के लिए किया जाएगा। प्रक्रिया ऑनलाइन पंजीकरण से शुरू होगी, जहां आवेदक नामांकन का प्रमाण, आधार कार्ड, आयु सत्यापन और बैंक विवरण जैसे दस्तावेज जमा करेंगे। एक बार पंजीकृत होने के बाद, उम्मीदवारों को ऑनलाइन या ऑफलाइन प्रमाणित भाषा प्रशिक्षण से गुजरना होगा।वे एक ही विदेशी भाषा के कई स्तरों को पूरा कर सकते हैं।

