Rohtak News : पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (PGIMS) के चिकित्सकों को मंगलवार को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की शोध करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण सत्र के लिए नई दिल्ली से वैज्ञानिक विशेष रूप से पीजीआइएमएस में आएंगे। यह कहना है पीजीआईएमएस के मल्टी डिसीप्लिनरी रिसर्च यूनिट के नोडल अधिकारी डॉ संजय कुमार का।
डॉ संजय कुमार ने बताया कि अक्सर देखने में आता है कि चिकित्सक रिसर्च तो करना चाहते हैं लेकिन उसके बारे में अधिक ज्ञान न होने के चलते वे या तो रिसर्च नहीं कर पाते या उन्हें ग्रांट नहीं मिल पाती, इसके चलते वे अपनी रिसर्च को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान नहीं दिलवा पाते। इसी के मद्देनजर एम आर यू द्वारा आज यह वर्कशाप आयोजित की गई है।
डॉ संजय ने बताया कि इस वर्कशाप का शुभारंभ कुलपति डॉक्टर एच के अग्रवाल दीप प्रज्वलित करके करेंगे। इसके पश्चात पीजीआइएमएस में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की शोध के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण शोधकर्ताओं को अपने शोध कार्य में नवीनतम तकनीकों और विधियों का उपयोग करने में मदद करेंगे। मिनिस्ट्री ऑफ़ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर, आईसीएमआर, डीबीटी ,पीएचएफाई, डीएचआर से आ रहे वैज्ञानिको द्वारा प्रशिक्षण में शोध विधियों के बारे में जानकारी दी जाएगी, जैसे कि शोध प्रश्नों का निर्धारण, शोध डिज़ाइन, और डेटा संग्रहण। प्रशिक्षण में नवीनतम तकनीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी, जैसे कि डेटा एनालिटिक्स, विभिन्न एजेंसियों से कैसे फंड जुटाए जाएं। डॉ संजय कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण में अंतरराष्ट्रीय शोध के बारे में जानकारी दी जाएगी, जैसे कि अंतरराष्ट्रीय शोध सहयोग, शोध प्रकाशन, और शोध वित्तपोषण।
उन्होंने बताया कि मल्टी डिसीप्लिनरी रिसर्च यूनिट का उद्देश्य है शोधकर्ताओं की शोध क्षमता में वृद्धि करना है। शोधकर्ताओं को नवीनतम तकनीकों का उपयोग करने में मदद करना है। किस प्रकार ग्रंथ प्राप्त करके शोधकर्ताओं को अंतरराष्ट्रीय शोध सहयोग में मदद करना है।
उन्होंने बताया कि यह वर्कशॉप सुबह 9:00 बजे शुरू हो जाएगी जिसका सुबह 11:00 बजे कुलपति डॉक्टर एच के अग्रवाल औपचारिक रूप से शुभारंभ करेंगे। उन्होंने बताया कि लेक्चर थियेटर 1 में शाम तक चलने वाली इस वर्कशॉप में अभी तक 200 से अधिक प्रतिभागियों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया है।