रोहतक। शहर की न्यू अनाज मंडी में एक अक्टूबर से धान व बाजरे की सरकारी खरीद शुरू हो जाएगी। लेकिन मंडी में अभी तक भी बारादाना नहीं पहुंच पाया है। अधिकारियों की माने तो उनका कहना है कि दो दिन में मंडी की सफाई भी हो जाएगी। पानी से लेकर अन्य व्यवस्थाए भी पूरी कर ली जाएगी। लेकिन किसान अभी से ही मंडी में फसल लेकर पहुंचने लगे है। व्यवस्थाएं अभी तक मंडी में पूरी नहीं हुई है। बुधवार को मंडी में पहुंचा दस क्विंटल बाजरा आते ही बिक गया।
मंडी में आने वाले धान की फसल की खरीद हरियाणा स्टेट वेयर हाउस और फूड सप्लाई विभाग करेगा। लेकिन इन दोनों एजेंसियों के भी दिन निर्धारित किए गए है। जिसमें हफ्ते में तीन दिन सोमवार बुधवार और शुक्रवार को वेयर हाउस और मंगलवार, वीरवार और शनिवार को फूड सप्लाई फसलों की खरीद करेंगा। एजेंसियों के मुताबिक फसलों का उठान भी साथ की साथ किया जाना है। वहीं कलानौर में हैफेड द्वारा फसलों की खरीद की जानी है। सांपला में हरियाणा स्टेट वेयर हाउस द्वारा फसलों की खरीद की जाएगी।
फसल को सुखाकर ही लाए किसान
मंडी अधिकारियों का कहना है कि किसान अपनी फसलों को सुखाकर ही मंडी में लेकर आए। ताकि फसल की खरीद के समय उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। किसानों से अपील है कि उनकी फसल 14 प्रतिशत तक सूखी होनी चाहिए। ताकि आसानी से फसल की ब्रिकी हो सकें। पिछले सीजन में फसल न सूखने के कारण किसानों को ब्रिकी के दौरान काफी परेशान होना पड़ा था।
72 घंटे में किसानों के खातों में पहुंचेगा पैसा
एमएसपी पर खरीद की जाने वाले ग्रेड ए व कॉमन धान और बाजरे का पैसा संबंधित किसान के खाते में 72 घंटे में भेज दिया जाएगा। ग्रेड ए धान के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 2320 रुपये प्रति क्विंटल व कॉमन धान के लिए 2300 रुपये प्रति क्विंटल और बाजरे के लिए 2625 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों की सुविधा के लिए जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा।
मंडी सचिव बोले
मंडी सचिव देवेंद्र ढुल का कहना है कि फसल बेचने के लिए मंडियों में आने वाले किसानों को सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी। ताकि उन्हें परेशानी न आए। सभी तैयारिया पूर्ण कर ली गई है। खरीदी गई फसल के उठान को लेकर रणनीति तैयार की जा रही है। ताकि धान व बाजरे का उठान भी साथ-साथ होता रहे। वहीं मुख्यालय से सभी मार्केट कमेटी सचिवों को निर्देश भी दिए गए है कि सीजन के दौरान मंडियों में बिजली, पानी, शौचालय, सफाई इत्यादि व्यवस्थाएं पूरी करवाना सुनिश्चित करें।