Tuesday, December 3, 2024
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रोहतक जिला में 844.10 मीट्रिक टन धान व 1364.20 मीट्रिक टन बाजरा की हुई खरीद

रोहतक : उपायुक्त अजय कुमार ने बताया कि जिला की मंडियों में अब तक 844.10 मीट्रिक टन धान तथा 1364.20 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद की गई है। जिला में 373.2 मीट्रिक टन व 321.05 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद की गई।

अजय कुमार ने बताया कि जिला में रोहतक, महम व सांपला मंडियों में 844.10 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है। रोहतक मंडी में 605.50 मीट्रिक टन ग्रेड-ए किस्म का धान, महम मंडी में 131.40 मीट्रिक टन 1509 किस्म का धान तथा सांपला मंडी में 107.20 मीट्रिक टन 1509 किस्म का धान खरीदा गया है। मंडियों से उठान का कार्य भी जारी है। जिला की मंडियों में अभी तक खरीद एजेंसियों द्वारा 1364.20 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद भी की गई है। कलानौर मंडी में अब तक 53.25 मीट्रिक टन, महम मंडी में 884.65 मीट्रिक टन, रोहतक मंडी में 44.40 मीट्रिक टन तथा सांपला मंडी में 381.90 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद की गई है।

किसान फसल अवशेषों को न जलाएं, करें उचित प्रबंधन 

उपायुक्त अजय कुमार ने जिला के किसानों का आह्वान किया है कि वे धान की फसल की कटाई के उपरांत फसल अवशेषों को आग न लगाएं। फसल अवशेषों को जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है तथा पशुओं के लिए चारे की कमी होती है। ऐसा करने से मिट्टी में मौजूद मित्र कीट नष्ट होते है तथा भूमि की उपजाऊ शक्ति भी कमजोर होती है। किसान फसल अवशेषों का उचित प्रबंधन करें। फसल अवशेषों से पशुओं के लिए चारा भी बनाया जा सकता है तथा किसान कृषि यंत्रों की मदद से फसल अवशेषों की गांठ इत्यादि बनाकर बिक्री कर अतिरिक्त आय भी कमा सकते हैं। फसल अवशेषों को मिट्टïी में मिलाकर भूमि की उपजाऊ शक्ति को भी बढ़ाया जा सकता है।

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