Haryana Flood: पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश के कारण एक बार फिर से हरियाणा (Haryana Flood) समेत दिल्ली में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। आज सुबह हथिनी कुंड बैराज पर 94208 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया , जिसके बाद आसपास के इलाकों में बसने वाले लोगों को खतरे की आहट महसूस हो रही है।
हरियाणा में बाढ़ संकट (Haryana Flood)
हरियाणा के यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज पर प्रवाह दर बहुत अधिक हो गई जो 26 जुलाई के बाद सबसे अधिक है। सीडब्ल्यूसी के पांच दिवसीय बाढ़ पूर्वानुमान से पता चलता है कि बुधवार को जल स्तर 204.5 मीटर के चेतावनी स्तर को छू सकता है। दिल्ली सरकार के सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने कहा हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं। जलस्तर बढ़ सकता है लेकिन गंभीर स्थिति की संभावना नहीं है।
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हथिनी कुंड बैराज का बढ़ा जल स्तर
दरअसल, शनिवार और रविवार को पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश हुई थी, जिसके परिणामस्वरूप हथिनी कुंड बैराज पर 94208 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया था। हालांकि, शाम तक यह पानी की मात्रा में कमी आ गई थी। इसके अलावा, जब एक लाख क्यूसेक पानी आया तो यमुना नदी के सभी गेट खोल दिए जाएंगे।
हथिनी कुंड बैराज कार्यालय के अनुसार, सुबह 8 बजे 93268 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया था, जबकि 9 बजे यह संख्या 94208 पर पहुंच गई थी। सुबह 10 बजे 88471, 11 बजे 78586, 12 बजे 77263, दोपहर एक बजे 69400, और 2 बजे 76665 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया। इसमें पश्चिमी नहर को 16000, यूपी को 1600, और यमुना नदी में 58045 क्यूसेक पानी था।
गौरतलब है कि बीते महीने में आयी बाढ़ ने हरियाणा, पंजाब समेत दिल्ली में हाहाकार मचा दिया था। लोग उस वक्त को याद करके भयभीत हो जाते हैं। ऐसे में एक बार फिर से जल के बढ़ते स्तर ने लोगों के मन में बाढ़ को लेकर डर पैदा कर दिया है।