हरियाणा। हरियाणा में इस बार विधानसभा का शीतकालीन सत्र हंगामेदार होने के आसार हैं। हरियाणा में होने जा रहे तीन दिवसीय विधानसभा सत्र हेतु विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए अपनी कमर कस ली है। विपक्ष इस बार सरकार से जहरीली शराब से लेकर किसानों को मुवाअजा देने को लेकर जमकर सवाल बाजी करेगी। वहीं दूसरी तरफ हरियाणा सरकार भी विपक्ष के सवालों का जवाब देने की तैयारी कर रही है। राज्य में कांग्रेस प्रमुख विपक्षी दल है, लेकिन विपक्षी दल के नाते कांग्रेस और इनेलो में भी कई मुद्दों पर विधानसभा में एकजुटता देखने को नहीं मिलती।
आपको बता दें कि हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर शुक्रवार को शुरू होगा और 19 दिसंबर तक चलेगा। हालांकि दो दिन 16 दिसंबर शनिवार और 17 दिसंबर रविवार को अवकाश रहेगा। सदन की कार्यवाही सोमवार को सुबह 11 बजे शुरू होगी और मंगलवार तक जारी रहेगी। हालांकि सत्रावधि का अंतिम फैसला बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में लिया जाएगा।
विधानसभा में सभी राजनीतिक दल एक दूसरे की घेराबंदी करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। यमुनानगर व अंबाला जिले में जहरीली शराब पीने से 20 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी के तहत विधानसभा में जहरीली शराब से मौत का मामला गूंजेगा तो उचाना के राजकीय कन्या विद्यालय में छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न मामले में विपक्ष सरकार को घेरेगा।विधानसभा में इस मुद्दे पर विपक्ष की ओर से भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार से सवाल पूछे जाएंगे। राज्य की कानून व्यवस्था, किसानों को मुआवजा मिलने में हो रही देरी तथा कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम के मुद्दे पर विपक्ष की ओर से सरकार की घेराबंदी की जा सकती है।
जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के मीडिया सलाहकार सुनील परती ने बताया कि कांग्रेस विधायक दल की छह दिसंबर को चंडीगढ़ के सेक्टर सात स्थित विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास पर बैठक होगी, जिसमें सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। बैठक में सभी कांग्रेस विधायकों को बुलाया गया है।