रोहतक : उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने छात्रों व युवाओं से सरकार की ज्ञान पोस्ट सेवा का लाभ उठाने का आह्वान किया है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के संचार मंत्रालय (डाक विभाग) द्वारा गत 1 मई से एक नई डाक सेवा ज्ञान पोस्ट लागू की जा चुकी है।
उपायुक्त ने कहा कि यह सेवा छात्रों, शिक्षण संस्थानों, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं और सामाजिक-सांस्कृतिक संस्थाओं के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी। इस सेवा के अंतर्गत पुस्तकें एवं शिक्षण सामग्री कम दरों पर भेजी जा सकेंगी। यह सेवा विशेष रूप से उन पुस्तकों के लिए है जो सरकार से मान्यता प्राप्त शैक्षणिक बोर्डों, विश्वविद्यालयों एवं सरकार के अधीन स्वायत्त निकाय और सांविधिक निकाय द्वारा पाठ्यक्रम में निर्धारित हों, सामाजिक, सांस्कृतिक या धार्मिक विषयवस्तु से संबंधित हों या विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में प्रयुक्त हों।
ग्रामीण क्षेत्रों और सीमित संसाधनों वाले छात्रों के लिए लाभकारी योजना: डाकघर अधीक्षक दिनेश कुमार
ज्ञान पोस्ट सेवा की विशेषताओं का जिक्र करते हुए डाकघर अधीक्षक दिनेश कुमार ने बताया कि ज्ञान पोस्ट का स्पष्ट उल्लेख पैकेट पर आवश्यक है। वजन सीमा 300 ग्राम से 5 किलोग्राम तक निर्धारित की गई है। डाक खर्च 20 से 100 रुपए तक वजन के अनुसार होगी। उन्होंने बताया कि केवल मुद्रित और वैधानिक रूप से प्रकाशित पुस्तकें ही स्वीकार्य होगी। व्यावसायिक/वाणिज्यिक सामग्री की अनुमति नहीं होगी। सभी ज्ञान पोस्ट आइटम ट्रैकेबल होंगे।
दिनेश कुमार ने बताया कि निर्धारित शुल्क का भुगतान कर रजिस्ट्रीकरण, डिलीवरी का प्रमाण एवं बीमा संबंधी मूल्यवर्धित जैसी अतिरिक्त सेवाएं भी उपलब्ध रहेगी। उन्होंने कहा कि संचार मंत्रालय (डाक विभाग) का यह कदम डिजिटल युग में भी शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक ज्ञान की पहुंच को सशक्त बनाने का प्रयास है। यह सेवा विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों और सीमित संसाधनों वाले छात्रों के लिए ज्ञान की पहुंच को सस्ता और सरल बनाएगी। उन्होंने कहा कि अधिक जानकारी और बुकिंग के लिए नजदीकी डाकघर से संपर्क करें।