पहले COVID, फिर HMPV और अब Guillain-Barre Syndrome नाम की बीमारी ने लोगों में दहशत का माहौल है। बात महाराष्ट्र की करते हैं जहां गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) के एक दिन में 8 नए मामले मिले हैं।
67 पहुंची मरीजों की संख्या
इसी के साथ राज्य में उक्त रोग से प्रभावित होने वालों की संख्या 67 तक पहुंच गई है। वर्तमान में पुणे में जीबीएस के सबसे अधिक रोगी हैं, जिसके बाद यहां लोगों में डर फैल गया है। बुधवार तक बीमारी से बाधित होने वालों की संख्या 59 थी।
राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि 47 पुरुष और 26 महिलाएं गुइलेन-बैरे सिंड्रोम से पीड़ित पाए गए हैं और इनमें से 14 मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी के अचानक बढ़ते मामलों का कारण ढूंढने की कोशिश कर रहा है।
स्वास्थ्य अधिकारी महाराष्ट्र के कई इलाकों में घर-घर जाकर सर्वेक्षण कर रहे हैं, ताकि इस बीमारी के मरीजों का पता लगाया जा सके। अब सवाल है कि यह बीमारी क्या है और ये किस तरह फैलती है? इस बारे में डॉक्टर से जान लेते हैं।
क्या है Guillain-Barre Syndrome के लक्षण?
जीबीएस एक दुर्लभ कंडीशन है, इसका कनेक्शन ब्रेन से होता जिसमें अचानक मांसपेशियों के कमजोर पड़ने और सुन्न हो जाने की शिकायत होती है। इसमें शरीर में गंभीर कमजोरी, दस्त आना आदि भी शामिल हैं। बैक्टीरिया और वायरल इंफेक्शन की वजह से जीबीएस हो सकता है, क्योंकि ये बॉडी की इम्यूनिटी को कमजोर कर देते हैं।
कितनी खरनाक है ये बीमारी?
डॉक्टर्स का कहना है कि बच्चे और बड़े दोनों ही इस कंडीशन की चपेट में आ सकते हैं, लेकिन ये किसी महामारी का कारण नहीं बन सकता। डॉक्टर्स ने इस बात की पुष्टि की है कि ज्यादातर मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो जाते हैं।
इसलिए, ज्यादा डरने की जरूरत नहीं लेकिन ऐसे कोई लक्षण दिखाई दें तो तुरंत न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें। इसका इलाज करने के लिए दवाइयां उपलब्ध हैं।