Wednesday, April 2, 2025
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रच दिया इतिहास: 18 वर्ष की उम्र में ग्रैंडमास्टर डी गुकेश बने शतरंज के विश्व चैंपियन, इनाम में मिले करोड़ों रूपये

भारत के डी गुकेश ने शतरंज की दुनिया में कमाल कर दिखाया है और अपने नाम का कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। 18 साल के डी गुकेश शतरंज के नए वर्ल्ड चैम्पियन बन गए हैं। आनंद के बाद ये खिताब जीतने वाले गुकेश दूसरे भारतीय हैं। खिताब जीतने के लिए गुकेश को 25 लाख डॉलर (21 करोड़ रुपये) की इनामी राशि में से 13 लाख डॉलर यानी 11.03 करोड़ रुपये मिले।

दिग्गज विश्वनाथन आनंद ने अपने करियर में पांच बार ये प्रतिष्ठित खिताब जीता। संयोग से 55 वर्षीय आनंद ने चेन्नई में अपनी शतरंज अकादमी में गुकेश को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गुकेश ने 14 बाजी के इस मुकाबले की आखिरी क्लासिकल बाजी जीतकर खिताब जीतने के लिए जरूरी 7.5 अंक जुटाए, जबकि लिरेन के नाम 6.5 अंक रहे। यह बाजी हालांकि अधिकांश समय ड्रॉ की ओर जाती दिख रही थी।

भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने उतार-चढ़ाव से भरे खिताबी मुकाबले की रोमांचक 14वीं और आखिरी बाजी में गत चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को हराकर 18 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बने। उनकी ये जीत देश के शतरंज खिलाड़ियों के लिए प्रभुत्व के एक नए युग की शुरुआत करेगी और महान विश्वनाथन आनंद की बेजोड़ विरासत को आगे ले जाएगी।

डी गुकेश से पहले रुस के गैरी कास्पारोव ने 1985 में अनातोली कार्पोव को हराकर 22 साल की उम्र में खिताब जीता था। गुकेश इस साल की शुरूआत में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने के बाद विश्व खिताब के लिए चुनौती पेश करने वाले सबसे युवा खिलाड़ बने थे। वो दिग्गज विश्वनाथन आनंद के बाद विश्व चैंपियन बनने वाले दूसरे भारतीय हैं। पांच बार के विश्व चैंपियन आनंद ने अपना आखिरी खिताब 2013 में जीता था।

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