हरियाणा के राज्यपाल असीम कुमार घोष व उनकी धर्मपत्नी मित्रा घोष ने राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP) के तहत 5 टीबी रोगियों को पोषण संबंधी सहायता प्रदान करके गोद लिया। इस कार्यक्रम में राज्य टीबी अधिकारी डॉ राजेश राजू और डब्ल्यूएचओ के नोमिनी डॉ सुखवंत ने राज्यपाल को प्रदेश में चल रहे टीबी अभियान की वर्तमान स्थिति के बारे में अवगत करवाया।
राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने सोमवार को हरियाणा राजभवन में ‘निक्षय मित्र‘ के रूप में पंजीकरण करवाया और 5 टीबी रोगियों को गोद लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हरियाणा को टीबी मुक्त अभियान में हर प्रकार की सहायता के लिए वे तैयार हैं। उन्होंने समाज के प्रत्येक वर्ग को इस अभियान में साथ आने और टीबी रोगियों व उनके परिवारों को इस बीमारी के खिलाफ उनकी लड़ाई में समर्थन देने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि सामुदायिक सहायता कार्यक्रम -‘निक्षय मित्र‘ को 9 सितंबर, 2022 को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मूर्मू द्वारा ‘प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान‘ के तहत लॉन्च किया गया था। इस पहल का उद्देश्य टीबी के इलाज के दौरान पोषण, जांच और व्यावसायिक सहायता के लिए अतिरिक्त सहायता प्रदान करके टीबी रोगियों के इलाज के परिणामों में सुधार करना है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में इस पहल की शुरूआत 17 सितंबर, 2022 को की गई थी। प्रथम चरण में हरियाणा प्रदेश के लगभग 2200 गांव टीबी मुक्त हो चुके हैं। इसी प्रकार समस्त हरियाणा को टीबी मुक्त करने के लिए हरियाणा सरकार सराहनीय कार्य कर रही है। इस दौरान राज्यपाल के सचिव डी.के बेहरा भी उपस्थित थे।