Google ने प्ले स्टोर से 2200 से ज्यादा ऐप्स को डिलीट कर दिया है। मिली जानकरी के अनुसार आज के समय में हर कोई बिना जाने इंटरनेट पर पूरा भरोसा करके अपना सारा डाटा फ़ोन में रख लेते हैं,वो भी बिना किसी सिक्योरिटी के। बाद में इसका अंजाम बहुत बुरा साबित होता है। जैसे जैसे टेक्नोलॉजी बढ़ती जा रही है वैसे -वैसे साइबर ठग भी रोज ठगी करने के अलग -अलग तरिके अपनाते जा रहे हैं। पिछले कुछ सालों में इंटरनेट और गूगल के प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करके लोगों को ठगने, लोगों से लाखों-करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करना आसान हो गया है। ऐसे फ्रॉड्स पर लगाम लगाने के लिए गूगल ने एक बड़ा कदम उठाया है। गूगल ने प्ले स्टोर से करीब 2200 से भी ज्यादा फर्ज़ी ऐप्स को डिलीट कर दिया है।
फर्ज़ी लोन ऐप्स पर लगी लगाम
साइबर क्रिमिनल्स ने गूगल प्ले स्टोर को एक ऐसा अड्डा बना दिया है, जिसके जरिए वो आसानी से लोगों को ठग सकते हैं। आम लोग गूगल प्ले स्टोर पर मिलने वाले ऐप्स पर भरोसा करके उसे अपने फोन में डाउनलोड कर लेते हैं, और फिर फर्ज़ी ऐप्स बनाने वाले लोग उस यूजर्स के फोन का डेटा, या अन्य तरीकों से उसे ठगने की कोशिश करने लगते हैं।
हालांकि, आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है कि गूगल ने प्ले स्टोर से नकली ऐप्स को हटाया हो। गूगल पहले भी समय-समय पर ऐसा करते आया है, लेकिन इस गूगल ने लोगों के साथ होने वाली धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए 2200 से भी ज्यादा ऐप्स को डिलीट किया है।
2200 से ज्यादा ऐप्स को किया गया डिलीट
एक लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक गूगल ने सितंबर 2022 से अगस्त 2023 के बीच में गूगल प्ले स्टोर से कुल 2200 फर्ज़ी लोन ऐप्स को डिलीट कर दिया है। गूगल के प्ले स्टोर पर बहुत सारे फर्ज़ी लोन ऐप्स मौजूद थे। इन ऐप्स पर भरोसा करके यूजर्स के साथ बहुत ज्यादा ठगी और मानसिक प्रताड़ना होती थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक गूगल ने यह कदम सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए उठाया है।
दरअसल, वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने संसद में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए जानकारी दी कि सरकार आरबीआई के साथ मिलकर फर्ज़ी लोन ऐप्स पर लगाम लगाने का काम कर रही है। भारत के आईटी मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक गूगल ने अप्रैल 2021 से जुलाई 2022 के बीच लगभग 4000 ऐप्स को प्ले स्टोर की समीक्षा की थी, जिसके बाद 2200 ऐप्स को हटाने का फैसला लिया गया।