माता वैष्णो देवी यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक और अच्छी खबर सामने आई है। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने यात्रा को और सुगम बनाने के लिए बहुप्रतीक्षित रोपवे प्रोजेक्ट की शुरुआत कर दी है। इस रोपवे प्रोजेक्ट की बदौलत श्रद्धालु ताराकोट से सांझीछत के बीच 13 किलोमीटर की पैदल दूरी को मात्र 6 मिनट में पूरी कर सकेंगे।
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने बताया कि रोपवे प्रोजेक्ट के संचालन से खासकर वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग व्यक्तियों को बड़ी राहत मिलेगी, जो कठिन पैदल यात्रा होने के चलते माता वैष्णो देवी के दरबार तक नहीं पहुंच पाते थे। रोपवे प्रोजेक्ट से न केवल समय की बचत होगी बल्कि श्रद्धालुओं को पैदल यात्रा की थकान से भी निजात दिलाएगा।
वहीं श्राइन बोर्ड के CEO अंशुल गर्ग ने कहा कि रोपवे प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य शुरू करने जा रहे हैं। यह प्रोजेक्ट माता वैष्णो देवी यात्रा में ऊंचाईयों के नए आयाम स्थापित करेगा। इससे आप चंद मिनटों में कई किलोमीटर की यात्रा को बेहद आसान तरीके से पूरा कर सकेंगे। इस रोपवे में गंडोला केबल कार सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा. वहीं, सरकार के इस प्रोजेक्ट से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
माता वैष्णो देवी यात्रा विश्व प्रसिद्ध है, जहां प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु माता के दरबार में नतमस्तक होते हैं। ऐसे में रोपवे प्रोजेक्ट से यात्रा में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिलेगा। यह विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं के लिए वरदान साबित होगा, जो शारिरिक असमर्थता या किसी अन्य कारणों से यात्रा को पूरा करने में खासी मुश्किलें झेलते थे। ऐसे में रोपवे प्रोजेक्ट आने वाले सालों में यात्रा को अधिक सुविधाजनक और आकर्षक बना देगा। श्रद्धालु बेसब्री से इस परियोजना के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं।