Good Governance Day : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पारदर्शी, जवाबदेह और नागरिक-केंद्रित प्रशासन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सुशासन एक विकसित भारत और एक विकसित हरियाणा बनाने के लिए सबसे मजबूत स्तंभ है। राज्य सरकार अपनी सेवाओं को एक मिशन के रूप में ले रही है और हम ऐसा हरियाणा बनाने के लिए संकल्पबद्ध हैं, जहां न्याय सुलभ हो, सेवा त्वरित हो और हर नागरिक सशक्त हो, यही सच्चा सुशासन है।
मुख्यमंत्री गुरुवार को पंचकूला में आयोजित राज्य-स्तरीय सुशासन दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन् ने कहा कि हर साल की तरह आज भी पूरे राज्य में ‘सुशासन दिवस’ मनाया जा रहा है। पंचकूला के इस राज्य स्तरीय समारोह सहित सभी 23 जिलों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसके अलावा, आधिकारिक रूप से दो दिन पहले ही बने नए जिले हांसी में भी आज सुशासन दिवस का भव्य कार्यक्रम हो रहा है। 23वें जिले का गठन इसलिए किया है, ताकि लोगों को अपने प्रशासनिक कार्यों के लिए दूर न जाना पड़े और उस क्षेत्र का तेजी से विकास हो।
मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी के राष्ट्र को समर्पित जीवन और उनकी अमूल्य सेवाओं को याद करते हुए दोनों महान विभूतियों को नमन किया। उन्होंने कहा कि सुशासन दिवस भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के आदर्शों व सिद्धांतों की याद दिलाता है। उनके लिए सत्ता सेवा का माध्यम थी और शासन जन-कल्याण का पर्याय था। उन्होंने अपने चिंतन, कर्मों और दूरदर्शिता से भारत को नई दिशा और पहचान दी। उन्होंने भारत को सशक्त बनाने के लिए सशक्त नीतियों की नींव रखी। इससे उस विकसित भारत के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ, जिसका संकल्प प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिया है।
उन्होंने कहा कि साफ नियत और सही नीतियों के बलबूते हमने सुशासन के इस अभियान में सफलता हासिल की है। इस सफलता को प्रदेशवासियों ने भी अपना भरपूर समर्थन दिया है और लगातार तीसरी बार जनादेश दिया गया है। यह जनादेश विधानसभा चुनाव-2024 के संकल्प पत्र पर जनता की मुहर है। सरकार ने अपने संकल्प-पत्र के 217 में से 54 वादों को गत 13 महीनों में ही पूरा कर दिखाया है। यही नहीं, शेष 163 वादों पर काम प्रगति पर है।
वर्तमान सरकार ने एक-एक कर भ्रष्टाचार के सभी रास्तों को बंद किया
सीएम सैनी ने कहा कि पहले की सरकारों में भय, भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और क्षेत्रवाद का बोलबाला था। वर्तमान सरकार ने एक-एक कर भ्रष्टाचार के सभी रास्तों को बंद किया है। चाहे सी.एल.यू. के नाम पर लूट को बंद करना हो, सरकारी नौकरियां सिर्फ मेरिट बेस पर देने का काम हो, कर्मचारियों के तबादलों को ऑनलाइन करना हो, चाहे मिट्टी के तेल के खेल को बंद कर हर गरीब को मुफ्त गैस सिलेंडर देने की सोच हो या फिर गरीबों के राशन, पेंशन, वजीफों, सब्सिडी में चल रहे फर्जीवाड़े को बंद करने की बात हो, सरकार ने हर स्तर पर पारदर्शी तरीके से काम किया है।
डिजिटल पहलों के आधार पर ही हरियाणा आज देश के अग्रणी राज्यों में शामिल
सीएम ने कहा कि सरकार ने डिजिटल तकनीक को शासन का आधार बनाया। इसी का परिणाम है कि हरियाणा आज देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। प्रदेश के सभी विभागों और जिलों में ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य शुरू कर प्रशासन को पेपरलेस, तेज और पारदर्शी बनाया है। डिजी लॉकर को अपनाने में हरियाणा ने नेतृत्व किया है। जनता की आवाज सीधे सरकार तक पहुंचे, इसके लिए सीएम विंडो एक सशक्त माध्यम बनी है। इसके जरिए 14 लाख 15 हजार से अधिक शिकायतों का समाधान किया है। समाधान शिविरों में भी अधिकारी तय समय में जनता की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शिक्षा, कौशल और भविष्य की जरूरतों को देखते हुए ‘फ्यूचर डिपार्टमेंट’ का गठन और आधार नामांकन में राष्ट्रीय स्तर पर मिला सम्मान हरियाणा की दूरदर्शी सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सरकार का संकल्प स्पष्ट है तकनीक के माध्यम से सेवा, नीति के माध्यम से न्याय और विकास के माध्यम से हर नागरिक के जीवन में विश्वास और समृद्धि का संचार।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी कहते थे कि सरकारें आएंगी जाएंगी, पार्टियां बनेंगी-बिगड़ेंगी, मगर यह देश रहना चाहिए। इसी भाव के साथ सुशासन दिवस पर उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि हरियाणा में शासन अब आदेश नहीं, सेवा है। प्रक्रिया नहीं, परिणाम है और सत्ता नहीं, उत्तरदायित्व है।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद श्रीमती रेखा शर्मा, विधायक शक्ति रानी शर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता, मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता, सूचना जनसंपर्क भाषा एवं संस्कृति विभाग के आयुक्त एवं सचिव डॉ अमित अग्रवाल, निदेशक पार्थ गुप्ता, अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) वर्षा खांगवाल और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

