जीडी गोयंका इंटरनेशनल स्कूल में नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर छात्रों और अध्यापकों ने मिलकर पूजा विधि, मंत्रोच्चारण, भोग और आरती के माध्यम से मां की कृपा प्राप्त की। जैसे ही देवी मां के जयकारे प्रांगण में गूंजने लगे, छात्रों का उत्साह और श्रद्धा देखने लायक थी।
विद्यालय के निदेशक श्री विक्रांत मायना और श्रीमती सान्या मायना ने बताया कि मां कुष्मांडा ब्रह्मांड की निर्माता हैं और अपने भक्तों को ब्रह्मांडीय ऊर्जा, आंतरिक शांति और समृद्धि प्रदान करती हैं। सह-निदेशक श्री हिमांशु गुप्ता ने कहा कि नवरात्रि के दौरान प्रतिदिन माता की आराधना करने से बच्चों में आध्यात्मिक विकास हो रहा है, जो उनके सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती सविता नेहरा ने बताया कि इस तरह के आयोजनों से न केवल देवी मां की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि इससे छात्रों को आत्म-संयम और मानसिक शांति का भी अनुभव होता है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन छात्रों के जीवन में सकारात्मकता और संस्कारों का संचार करते हैं, जो उनके भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
इस आयोजन के माध्यम से स्कूल ने एक बार फिर से अपनी सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिक मूल्यों को जीवंत बनाए रखने का प्रयास किया, जिससे छात्रों के सर्वांगीण विकास में मदद मिल सके।