हरियाणा के लोहारू क्षेत्र के गांव सिंघानी स्थिति कालेज की दलित छात्रा द्वारा आत्महत्या करने का मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है। परिजनों के साथ अब लोगों में गुस्सा देखने को मिल रहा है। वहीं कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इसको लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा- हरियाणा की एक होनहार बेटी दीक्षा ने आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसे परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया, उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि वह गरीब थी और दलित परिवार से थी। क्या शिक्षा अब पैसे और जाति से तय होगी? ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा देने वाली भाजपा सरकार क्या अब जवाब देगी कि बेटियाँ कब तक गरीबी और जाति के बोझ तले कुचली जाएंगी? क्या भाजपा का विकास सिर्फ चुनिन्दा लोगों तक सीमित है? या फिर दलित और गरीब बच्चों के सपनों की कोई कीमत ही नहीं बची?
दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी : बेदी
अब मामले में हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण बेदी ने कहा है कि बेटी के आत्महत्या के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं द्वारा इस मामले में ट्वीट किए जाने पर कहा कि ट्वीट करने वाले दोषियों को बचाने के बजाय उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात करें। दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और पुलिस दोषियों की धरपकड़ के लिए तत्परता से काम कर रही है।हरियाणा सिविल सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि जिस कॉलेज में बेटी पढ़ती थी, उस कॉलेज की तरफ से क्षेत्र में लंबे समय से निःशुल्क शिक्षा और निशुल्क यातायात सुविधा दिए जाने की बातें की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उक्त क्षेत्र के विधायक के वीडियो भी सोशल मीडिया पर उपलब्ध हैं। इस मामले में पीड़ित बेटी के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, कि कॉलेज की प्रिंसिपल और प्रिंसिपल के भाई पर दलित बेटी को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया है। लोहारू थाने में इस सम्बन्ध में 27 दिसंबर को एफआईआर दर्ज हो चुकी है। पुलिस दोषियों को पकड़ने की कार्रवाई में लगी है।उन्होंने कहा कि इस मामले में ट्वीट करने वाले नेताओं को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आधा अधूरा ट्वीट करके ये नेता दोषियों को बचाने में लगे हैं। उन लोगों को दलित बेटी को न्याय दिलाने के लिए काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मिर्चपुर के घटनाक्रम के समय ये कांग्रेस नेता ट्वीट करना क्यों भूल गए थे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि क्या पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने विधायक से इस विषय में पूछेंगे? उन्होंने कहा कि इस प्रकार का दोषियों को बचाने का प्रयास करने के ट्वीट की वह निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि उक्त नेताओं को अपना ट्वीट वापस लेना चाहिए और दलित बेटी को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात करनी चाहिए। मंत्री कृष्ण बेदी ने कहा कि हमारी सरकार पीड़ित बेटी के परिवार के साथ खड़ी है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
घटना न केवल दुखद है बल्कि बेहद शर्मनाक : सुरजेवाला
वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी इस घटना को ट्वीट कर कहा, हमारे संविधान की प्रस्तावना में समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व और न्याय की बात की गई है।लेकिन अफसोस है कि हरियाणा में एक दलित बिटिया को परीक्षा की फीस न दे पाने की वजह से आत्महत्या करनी पड़ता है। यह घटना न केवल दुखद है बल्कि बेहद शर्मनाक है। पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए और इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए।