रोहतक : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने शुक्रवार को भूगोल विभाग में जियोगैलेरिया का उद्घाटन किया। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा तथा कुलपति के सलाहकार प्रो. ए.के. राजन की गरिमामयी उपस्थिति रही।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने इस अत्याधुनिक जियो गैलरी का शुभारंभ करते हुए कहा कि जियोगैलेरिया विद्यार्थियों को सर्वेक्षण और मापन विषय को गहनता से जानने और नवीनतम भौगोलिक उपकरणों और प्रौद्योगिकियों के साथ व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगी।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने जियोगैलेरिया की स्थापना के लिए भूगोल विभाग के अध्यक्ष प्रो. महताब सिंह और उनकी पूरी टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने इस अवसर पर भूगोल विभाग में आयोजित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों के संकलन- कॉसमॉस वाल्यूम 2 का विमोचन भी किया।
भूगोल विभाग के अध्यक्ष प्रो. महताब सिंह ने जियोगैलेरिया बारे ब्रीफिंग दी। उन्होंने बताया कि जियोगैलेरिया विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को भूगोल के विभिन्न पहलुओं से रूबरू करवाएगा। जियो गैलरी शैक्षणिक ज्ञान और वास्तविक दुनिया के भौगोलिक अनुप्रयोगों के बीच की खाई को पाटने में अहम होगी, ऐसा उनका कहना था। उन्होंने इतिहास में भूगोल की महत्ता को पीपीटी द्वारा रेखांकित किया और कार्टोग्राफिक उपकरणों की विकास यात्रा को प्रस्तुत किया।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह समेत अन्य गणमान्य लोगों ने जियोगैलेरिया का अवलोकन किया और भूगोल विभाग के इस प्रयास की सराहना की। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा, कुलपति के सलाहकार प्रो. ए.के. राजन, डीन, सोशल साइंसेज प्रो. सेवा सिंह दहिया, डीन, फिजिकल साइंसेज प्रो. एस.सी. मलिक, भूगोल विभाग के प्राध्यापक प्रो. बीनू सांगवान, प्रो. प्रमोद भारद्वाज, प्रो. सचिन्द्र, प्रो. रेणु आर्या, प्रो. केवी चमार, डा. प्रदीप सिंह, दृश्य कला विभाग के अध्यक्ष डा. संजय कुमार सीसीपीसी उप निदेशक डा. अरूण हुड्डा, पीआरओ पंकज नैन, शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
प्रो. महताब सिंह ने बताया कि जियोगैलेरिया में समय के साथ विभिन्न कार्टोग्राफिक उपकरण विकसित होने की प्रगति यात्रा को दिखाया गया है। इस जियो गैलरी में पुराने जमाने के उपकरण/दस्तावेज- विंड, वेन, प्रिज्मीय कम्पास, टोपोग्राफिक शीट, पूर्व आधुनिक उपकरण- पेडोमीटर, आइडोग्राफ, प्लैनीमीटर, थियोडोलाइट और आधुनिक समय के उपकरण- टोटल स्टेशन, डिफरेंशियल ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम, ड्रोन इत्यादि को प्रभावी एवं रोचक ढंग से दर्शाया गया है।