पीजीआईएमएस, रोहतक के अस्पताल में जीन सीक्वेंसिंग मशीन से संबंधित मीडिया रिपोर्ट के बारे निदेशक डॉ. सुरेश कुमार सिंघल ने स्पष्ट किया है कि पीजीआईएमएस,रोहतक में स्थापित जीन सीक्वेंसिंग मशीन का मुख्य उद्देश्य कोविड-19 वेरिएंट का पता लगाने सहित उन्नत जीन सीक्वेंसिंग करना है।
यह मशीन जनवरी 2023 में अमेरिका स्थित एक संस्थान द्वारा हरियाणा को दान की गई थी। दान किए गए रीएजेन्ट (अभिकर्मकों) का उपयोग जीन सीक्वेंसिंग ऑपरेशन के लिए किया गया था और जुलाई 2023 तक ये समाप्त हो गए थे। रीएजेन्ट के बाद की आपूर्ति उसी दानी या बेंगलुरु स्थित रीएजेन्ट आपूर्तिकर्ता सहित वैकल्पिक आपूर्तिकर्ताओं से सुनिश्चित नहीं की जा सकी।
उन्होंने कहा कि मशीन सही स्थिति में है और पूरी तरह से चालू है। उपकरण में कोई तकनीकी खराबी या समस्या नहीं है। विभाग जीन अनुक्रमण मशीन को फिर से शुरू करने के लिए सक्रिय कदम उठा रहा है। उन्होंने कहा कि रीएजेन्ट की खरीद प्रक्रिया को तेज किया जाएगा और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि मशीन जल्द से जल्द चालू हो जाए।
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के लिए आरटीपीसीआर परीक्षण, शत-प्रतिशत संवेदनशीलता और विशिष्टता के साथ, पीजीआईएमएस रोहतक के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में स्थापित वायरल प्रयोगशाला में पूरी तरह से चालू है। स्वास्थ्य विभाग हरियाणा के लोगों को उच्चतम गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।