bihar 4 soldiers martyred: भारत और पाकिस्तान तनाव के बीच अब तक बिहार के चार जवान शहीद हो चुके हैं. इस तनाव में छपरा के मोहम्मद इम्तियाज, सीवान के रामबाबू सिंह और नवादा के मनीष कुमार के बाद अब नालंदा के सिकंदर राउत की शहादत ने हर किसी की आंखे नम कर दी है.
bihar 4 soldiers martyred: 13 मई को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में गोली लगी
नालंदा के रहने वाले सिकंदर राउत को 13 मई को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में गोली लगी थी. इलाज के दौरान वो शहीद हो गए. सीमा सुरक्षा बल के जवान सिकंदर राउत जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में तैनात थे. सिकंदर नालंदा के बिंद थाना क्षेत्र के उतरथु गांव के रहने वाले थे. सिकंदर के दो बेटे हैं. एक आठ साल का और दूसरा चार साल का है. परिवार वालों से मिली जानकारी के अनुसार सिकंदर राउत एक माह पहले ही वे छुट्टी पर घर आए थे. सबसे मिलकर ड्यूटी पर लौटे थे. प्रशासन की ओर से शहीद को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई देने की तैयारी की जा रही है. गांव जिला ही नहीं बल्कि पूरे बिहार के लोगों को आज सिकंदर राउत की शहादत पर गर्व है.
चार महीने पहले रामबाबू सिंह की हुई थी शादी
सीवान के रहने वाले रामबाबू सिंह भी शहीद हो चुके हैं. वो आर्मी के ऑपरेटर थे. उनके पिता रामविचार सिंह हरिहरपुर पंचायत के पूर्व उप मुखिया रह चुके हैं. चार महीने पहले ही रामबाबू की शादी हुई थी. 10 अप्रैल को छुट्टी समाप्त होने के बाद रामबाबू जम्मू-कश्मीर में अपनी ड्यूटी पर लौट गए थे. तभी भारत और पाकिस्तान तनाव के बीच उनके शहादत की सूचना आई.
नवादा के मनीष कुमार शहीद
नवादा के कोआकोल के रहने वाले आर्मी जवान मनीष कुमार भी शहीद हो गए. शहीद मनीष कुमार के पार्थिव शरीर को गुरुवार को नवादा स्थित उनके पैतृक गांव में लाया जाएगा. इसी साल 6 मार्च को बहुत ही धूम-धाम से उनकी शादी हुई थी. शादी के एक महीने के बाद ही वो कारगिल में चले गए थे.
सारण के मोहम्मद इम्तियाज शहीद
सबसे पहले सारण जिले के गड़खा थाना के नारायणपुर गांव के मोहम्मद इम्तियाज ने शहादत दी थी.
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