बिहार: मुजफ्फरपुर में 134 पुलिस अफसरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ये कार्रवाई एक जगह से दूसरी जगह तबादले होने के बाद भी केस का चार्ज नहीं सौंपने पर की गई है। आरोप है कि इन पुलिसकर्मियों ने तबादले के बाद 943 केस से जुड़ी फाइल संबंधित अधिकारी को नहीं सौंपी। जिससे पीड़ितों को न्याय दिलाने में समस्या हो रही थी।
दल साल से नहीं सौंपी फाइल
मिली जानकारी के अनुसार कई आइओ (IO) ऐसे हैं, जिनका 10 साल पहले तबादला हो गया था। लेकिन, उनके द्वारा केस का चार्ज नहीं सौंपे जाने के कारण केस पेंडिंग चल रहा है। जिसकी वजह से अनुसंधान प्रभावित होने के साथ-साथ पीड़ित को न्याय मिलने में देरी हो रही है। ऐसे ही सैकड़ो केस पेंडिंग पड़े हुए हैं और पीड़ित न्याय के लिए दौड़ते-दौड़ते थक कर घर बैठ गए हैं।
इसके बाद एसएसपी ने सभी थानेदारों को आदेश दिया था कि 24 घंटे के अंदर सभी आइओ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करें। जिसके बाद एसएसपी के आदेश पर इन सभी पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 316(5) (लोक सेवकों द्वारा आपराधिक विश्वासघात) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार ऐसे पुलिसकर्मियों की सबसे ज्यादा संख्या नगर थाना (54) में थी, उसके बाद ब्रह्मपुरा (27), सदर (21), काजी मोहम्मदपुर (11) और अहियापुर (छह) का स्थान है। सूत्रों ने दावा किया कि ये पुलिसकर्मी, जिनमें से कई अब दूसरे जिलों में तैनात हैं, मुजफ्फरपुर पुलिस के बार-बार लिखित अनुरोध के बावजूद फाइल वापस करने में विफल रहें हैं।