हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर पुलिस द्वारा किसानों के हरियाणा में दाखिल होने से रोकते ही हालात बिगड़ गए। पुलिस और किसानों के बीच जमकर बहस देखने को मिली और ये बहस इतनी बढ़ गई कि पुलिस को मजबूरन किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
आपको बता दें कि धरना दे रहे किसान आज दिल्ली के लिए रवाना हुए। 101 किसानों का जत्था दिल्ली के लिए रवाना हुआ, लेकिन पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग कर रोक लिया। इससे पहले बड़ी संख्या में किसान शंभू बॉर्डर पर इकट्ठा हुए और रणनीति तैयार की।
किसानों के दिल्ली मार्च को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा को पुख्ता किया। ड्रोन के जरिए किसानों की हर मूवमेंट पर नजर रखी गई। इसके अलावा बैरिकेडिंग भी की गई।
वहीं किसान नेता सरवन सिंह पंडेर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रशासनिक अधिकारी अफवाह फैला रहे हैं कि हजारों लोग इकट्ठा होंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं होगा। साथ ही अंबाला जिला प्रशासन कह रहा है कि किसानों के पास हथियार होंगे जो कि सरासर झूठ है।
किसान नेता कहा कि छोटे-छोटे समूहों में किसान इकट्ठा होंगे और किसानों के जमावड़े में कोई ट्रॉली या ट्रैक्टर शामिल नहीं होगा। हम कोर्ट के आदेशों का पालन कर रहे हैं।