MP news: मध्यप्रदेश विधानसभा बजट सत्र के दौरान जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी और सीएम डॉ. मोहन यादव के कुशल नेतृत्व में मध्य प्रदेश में सिंचाई के क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि साल 2023 प्रदेश में तकरीबन 7.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो रही थी. जबकि वर्तमान समय में जल संसाधन एवं नर्मदा घाटी विकास विभाग की विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से 50 लाख हेक्टेयर में सिंचाई क्षमता विकसित की जा चुकी है.
आने वाले दो सालों के भीतर इसे बढ़ाकर 65 लाख हेक्टेयर और आगामी पांच सालों में 65 लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर 100 लाख हेक्टेयर कर लिया जाएगा.
MP news- प्रदेश में प्रत्येक खेत तक पानी पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि जल संसाधन विभाग प्रभावी एवं कुशल प्रबंधन के माध्यम से कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए बांध निर्माण एवं सिंचाई प्रणाली के अभूतपूर्व विकास के द्वारा राज्य के विकास में महती भूमिका निभाई जा रही है. हम जल संसाधनों का अधिकतम उपयोग कर आधुनिक एवं उन्नत सिंचाई प्रणाली के जरिए किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिये दृढ़ संकल्पित है. हमारी सरकार प्रदेश में प्रत्येक खेत तक पानी पहुंचाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है.
सिंचाई प्रबंधन में मध्यप्रदेश सर्वोच्च स्थान पर
जल संसाधन मंत्री ने कहा, सिंचाई प्रबंधन में मध्यप्रदेश भारत में सर्वोच्च स्थान पर है. जहां पर खुली नहरों से सिंचाई की व्यवस्था उपलब्ध नहीं थी अब वहां पर सिंचाई की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है. उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश को उत्कृष्ट जल प्रबंधन के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हेतु “राष्ट्रीय जल अवार्ड” महामहिम उपराष्ट्रपति द्वारा जून-2023 को प्रदान किया गया था. पाईप आधारित सिंचाई प्रणाली के माध्यम से किसान को 01 हेक्टेयर से 2.5 हेक्टेयर चक तक सिंचाई हेतु पानी पहुंचाया जा रहा है. मध्यप्रदेश ऐसा करने वाला एकमात्र और पहला राज्य है.