करनाल। हरियाणा का प्रत्येक नागरिक अब अपना फ्री इलाज करवा सकेंगा। सरकार ने प्रत्येक व्यक्ति को स्वास्थ्य योजना में शामिल करने के लिए आय के हिसाब से चार कैटगरी बनाई है। जिनमें एक कैटगरी को बिल्कुल फ्री तो अन्य तीन के कुछ अंशदान देने पर पांच लाख तक का फ्री इलाज मिलेगा। रोहतक पीजीआई व कुटेल यूनिवर्सिटी में अब प्राइवेट अस्पतालों की तर्ज पर प्राइवेट वार्ड की सुविधा मिलेगी।
प्राइवेट अस्पतालों की तर्ज पर प्राइवेट वार्ड
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा सरकार ने अपने प्रत्येक नागरिक को प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य योजना के तहत पांच लाख तक का फ्री इलाज करवा सकते हैं। सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में इसका लाभ मिलेगा। सरकार ने प्रदेश के बड़े सरकारी मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों में प्राइवेट अस्पतालों की तर्ज पर प्राइवेट वार्ड बनाने का निर्णय लिया है। रोहतक पीजीआई व कुटेल यूनिवर्सिटी से इसकी शुरूआत की गई है।
सरकार ने बनाई चार कैटगरी
प्रत्येक व्यक्ति को पांच लाख तक फ्री इलाज की योजना में शामिल करने के लिए आय के हिसार से सरकार ने चार कैटगरी बनाई है। उन्होंने करनाल में रोहतक पीजीआई व कुटेल यूनिवर्सिटी में प्राइवेट वार्ड, जींद (सफीदों) में नर्सिंग कॉलेज व खानपुर मेडिकल कॉलेज में फेज थ्री के तहत होने वाले 821 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में यह बात कही। अपने प्रत्येक नागरिक को फ्री इलाज देने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है।
पीजीआई रोहतक में सरकार ने 109 प्राइवेट वार्ड और 492 जनरल वार्ड बनाने का निर्णय लिया है। शनिवार को मुख्यमंत्री ने रोहतक, सफीदो (जींद), कुटेल, खानपुर मेडिकल कॉलेज व कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में अगल अलग फेज में 821 करोड़ की लागत से बनने वाली विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
कैटगरी अनुसार ऐसे मिलेगा लाभ
1.80 हजार की आय वालों को कुछ नहीं देना होगा। तीन लाख तक की आय वाले 1500 व 3 से 6 लाख तक आय वाले 4000 हजार और 6 लाख से अधिक आय वाले प्रदेश के सभी नागरिक 5000 रुपये एकमुश्त देकर साल भर सरकारी योजना के तहत फ्री इलाज की सुविधा में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा सरकार ने निरोगी योजना के तहत अगले दो साल में प्रदेश के सभी लोगों की मेडिकल जांच करने का निर्णय लिया है, ताकि बीमारी पाए जाने पर समय रहते उसका इलाज किया जा सके।
सभी जिलों के होंगे अपने मेडिकल कॉलेज
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है तथा 2030 तक प्रदेश के प्रत्येक जिले का अपना मेडिकल कॉलेज होगा। जब हम सत्ता में आए तो प्रदेश में 6 मेडिकल कॉलेज व 750 एमबीबीएस की सीट थी। आज 12 जिलों में मेडिकल कॉलेजों में 3000 एमबीबीएस की सीट हैं। 9 जिलों में निर्माण कहीं अंतिम चरण में है तो कहीं शिलान्यास हो चुका है। तीन जिलों में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता से पहले शिलान्यास के प्रयास किए जा रहे हैं। सभी मेडिकल कॉलेज बनने के बाद एमबीबीएस की सीट 3600 होगी। रेवाड़ी में देश के 22वें एम्स का शिलान्यास प्रधानमंत्री मोदी कर चुके हैं।
बच्चों का सही ढंग से विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि निरोगी योजना सही ढंग से काम करने वालों लोगों की जांच की जाती है तथा आने वाले दो साल में प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति की जांच कर उसका डाटा बैंग बना दिया जाएगा। ताकि जरूरत अनुसार उनका इलाज किया जा सके। अब तक प्रदेश में 2.26 करोड़ लोगों की स्वास्थ्य जांच हो चुकी है। जिसमें 0 से 6 साल तक के 17 हजार बच्चों में कोई न कोई कमी पाई गई है। जिनका अब जरूरत के अनुसार इलाज किया जाएगा, ताकि बच्चों का सही ढंग से विकास हो सके।
वेलनेंस सेंटर खोलने का निर्णय
मुख्यमंत्री ने कहा कि रहन सहन व खानपान का स्वास्थ्य में बड़ा योगदान होता है। हमारी सांस्कृतिक पहचान पर्व व व्रत का स्वास्थ्य में भी बड़ा महत्व है। मौसम व समयानुसार खानपान ही हमारे पूर्वजों के स्वस्थ्य रहने की सबसे बड़ी कुंजी थी, जो आज विलुप्त होती जा रही है। जिन्हें फिर से जिंदा करने के लिए हमने प्रदेश की सभी व्यायामशालाओं में तीन तीन कमरों के वेलनेंस सेंटर खोलने का निर्णय लिया है। जहां योगाभ्यास के साथ लोगों को खान पान व रहन सहने की विधि भी बताई जाएंगी।