गरिमा टाइम्स न्यूज. रोहतक : रेलवे ट्रैक के साथ बनने वाली सड़क के मार्ग में आने वाले रिहायशी व वाणिज्यिक भवनों के मालिकों की नगर निगम मुआवजा राशि अभी तक भी निर्धारित नहीं कर पाया है। जबकि ट्रैक को हटाया जा रहा है। ऐसे में 22 लोगों की प्रॉपर्टी ऐसी है, जो की पचड़े में पड़ी हुई है। ऐसे में कैंप के अंदर भी मुआवजा संबंधित राशी को लेकर सवाल उठाए जा रहे है। लेकिन टीम गठित होने के बाद भी अधिकारी इसका फैसला नहीं कर पाए है।
बता दें कि सड़क का निर्माण लोक निर्माण विभाग व नगर निगम की ओर से किया जाएगा। संबंधित अधिकारियों को इससे पूर्व भी आवश्यक हिदायतें जारी की जा चुकी हैं।
इसी कड़ी में उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधिकारियों को प्रस्तावित सड़क मार्ग से बिजली के ट्रांसफार्मर व पोल शीघ्र हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
नगर निगम अधिकारियों को बेसहारा पशुओं को पकड़वाकर तुरंत गौशालाओं में भेजने व एलिवेटेड रेलवे ट्रैक के समीप अनाधिकृत रूप से डेयरी का संचालन करने वालों के चालान करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
खाली जमीन के सदुपयोग को लेकर चर्चाएं काफी गर्म
एलिवेटेड रेलवे ट्रैक निर्माण के बाद से ही इस खाली जमीन के सदुपयोग को लेकर चर्चाएं गर्माई हुई हैं। यहां सड़क बनाने की तैयारी जारी है। रेलवे ट्रैक के दोनों ओर सड़क बनने से लोगों को आवागमन में सहुलियत के साथ परिवहन व्यवस्था भी बेहतर बनने की उम्मीद है। यह सड़क रेलवे स्टेशन का शॉर्ट कट भी रहेगी। इसके बनने से नए शहर के लोगों को झज्जर चुंगी मोड़ होते हुए रेलवे स्टेशन नहीं जाना होगा। इससे दिल्ली रोड के साथ झज्जर चुंगी मोड़, रेलवे रोड पर वाहनों की भीड़ कुछ होगी।