रोहतक : उपायुक्त सचिन गुप्ता ने बताया कि राज्य सरकार ने किसान हित में निर्णय लेते हुए जिला की तीन तहसीलों रोहतक, सांपला व कलानौर के अंतर्गत आने वाले 21 गांवों के किसानों के लिए ई- क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिया है।
उन्होंने बताया कि इन गांवों की कृषि भूमि में जल भराव की स्थिति है। जिला प्रशासन ने सरकार को पत्र लिखकर ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोलने का आग्रह किया था। राज्य सरकार ने तुरंत प्रभाव से इस आग्रह को स्वीकार कर लिया है और उपरोक्त तीनों तहसीलों के अंतर्गत आने वाले 21 गांवों के किसानों के लिए खरीफ फसल 2025 के नुकसान का पंजीकरण कराने के लिए पोर्टल को खोला गया है। यह पोर्टल 15 सितंबर तक खुला रहेगा और प्रभावित किसान अपनी फसल के नुकसान को पोर्टल पर दर्ज करवा सकेंगे।
उपायुक्त सचिन गुप्ता ने बताया कि इनमें रोहतक तहसील के 9 गांव है, जिनमें गांव बहु अकबरपुर, भालौट, हुमायूपुर, बखेता, रुडक़ी, पोलंकी, आसन, मुंगाण व कंसाला शामिल हैं। कलानौर तहसील के 9 गांव शामिल हैं, जिनमें बेचिराग मांझा, बसाना, खैरड़ी, भाली-आनंदपुर, लाहली, तैमूरपुर, सांगाहेड़ा, माडौदी जाटान व माडौदी रागडान शामिल हैं। सांपला तहसील के 3 गांव हैं, जिनमें भैसरू खुर्द, अटायल व इस्माईला-11 बी शामिल हैं।
उपायुक्त सचिन गुप्ता ने उपरोक्त गांवों के प्रभावित किसानों से आग्रह किया है कि वे अपनी फसल के नुकसान के दावों को पोर्टल पर अपलोड करवाएं। इन 21 गांवों का कुल 6786 एकड़ रकबा जल प्रभाव से प्रभावित है।