उत्तर प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई। धार्मिक क्षेत्र हो या ईको टूरिज्म, उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों की तरफ देश-दुनिय़ा के पर्यटक आकर्षित हुए।
इसी क्रम में दुधवा टाइगर रिजर्व में भी साल दर साल पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होती गई। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था, सुरक्षा और सुविधा के कारण लखीमपुर खीरी जिले का दुधवा टाइगर रिजर्व पर्यटकों की पसंद बन गया। नवंबर से जून तक चलने वाले ईको पर्यटन सत्र में यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ी तो सरकार की आय में भी वृद्धि हुई।
योगी सरकार ने इस सत्र में शुल्क में कोई बढ़ोतरी नहीं की, लेकिन सुविधाएं बढ़ाकर यहां से होने वाली आय से राजस्व में वृद्धि की। गौरतलब है कि पर्यटन सत्र 2024-25 के अंतर्गत दुधवा टाइगर रिजर्व में नवंबर से अप्रैल (मात्र छह महीने) तक 44070 भारतीय व 574 विदेशी पर्यटकों ने वातावरण का लुत्फ उठाया।
इस सत्र में पर्यटन शुल्क में नहीं हुई वृद्धि
नवंबर में पर्यटन सत्र प्रारंभ होने पर ही यह तय किया गया था कि इस वर्ष पर्यटन शुल्क में कोई वृद्धि नहीं की है। दुधवा टाइगर रिजर्व के उप निदेशक डॉ. रंगा राजू टी ने बताया कि दुधवा में पर्यटकों के लिए प्रतिवर्ष सुविधाओं का विस्तार किया गया। यहां आने वाले पर्यटकों के लिए भी जंगल सफारी, रहने, स्वच्छता समेत सभी सुविधाओं में वृद्धि की गई। मुख्यमंत्री व वन मंत्री के निर्देशों के क्रम में अतिथि देवो भवः की तर्ज पर पर्यटकों की सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है।