Delhi News : दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा सरकार मनमाने ढंग से फीस बढ़ाने वाले प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में शिक्षा का व्यापारीकरण कभी नहीं होने देंगे। दिल्ली में 1677 प्राइवेट स्कूल हैं जिसमें 355 स्कूल तो सरकारी जमीन पर बने हैं और इनके लिए सरकार की अनुमति जरूरी होती।
सूद ने कहा कि दिल्ली स्कूल शिक्षा अधिनियम, 1973 के तहत आने वाले स्कूलों को किसी भी तरह की फीस वृद्धि को लागू करने से पहले शिक्षा निदेशालय से इजाजत लेनी होगी।
शिक्षा मंत्री सूद ने कहा, हम किसी भी तरह की प्राइवेट स्कूलों में अनैतिक स्तर पर फीस में बढ़ोतरी नहीं होने देंगे। पिछली सरकारों के दौर में जिस तरीके से भ्रष्टाचार हुआ उसकी जांच कराई जाएगी।
उन्होंने बताया कि पिछली सरकार ने एक स्कूल में करोड़ों का घपला होने के बाबजूद 15 फीसदी फीस बढ़ाने की अनुमति दे दी गई थी। जबकि दूसरे स्कूलों में 14 फीसदी फीस बढ़ाई गई। उनका कहना है कि दिल्ली में पिछले 10 सालों में महज 73 स्कूलों का ऑडिट कराया गया। फीस को लेकर मनमानी करने वालों पर नकेल कसने की बात करते हुए दिल्ली के शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमने ऐसे स्कूलों की एक लिस्ट तैयार की है, और उनमें से हर एक स्कूल का निरीक्षण किया जाएगा।
निजी स्कूलों की फीस बढ़ने के पीछे किसकी साजिश है ये तो सब जानते हैं, इन्होंने जानबूझकर स्कूलों को मनमानी करने की छूट दी।@JPNadda @blsanthosh pic.twitter.com/vHUqYd5DYG
— Ashish Sood (@ashishsood_bjp) April 7, 2025