Haryana News : आमजन को साइबर अपराधों और उनसे बचने के बारे में जागरूक करने के लिए पुलिस विभाग द्वारा प्रयास लगातार जारी है। पुलिस विभाग द्वारा जहां शिक्षण संस्थानों में विधार्थियों को जागरूक कर रही है वहीं आम लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहें हैं ।
जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र नीतीश अग्रवाल ने कहा कि साइबर ठगों के निशाने पर हर वह आदमी है, जो किसी भी डिजिटल माध्यम से जुड़ा है। फिर चाहे वह इंटरनेट मीडिया हो या फिर इंटरनेट बैंकिंग। बदलते वक्त के साथ साइबर ठगों ने अपने पैंतरे भी बदले हैं। शादियों के सीजन में साइबर ठग आपके व्हाट्सएप पर शादी का कार्ड भेजते हैं। जब आप कार्ड खोलने के लिए लिंक पर क्लिक करते हैं तो एपीके फाइल खुलती है जिसके बाद आपके फोन का सारा एक्सेस ठगों के पास चला जाता है। उसके बाद साइबर ठग खाते को खाली कर देते हैं। कभी साइबर ठग इंटरनेट मीडिया के जरिए लोगों को कभी पेंसन स्कीम का लालच देते हैं, कभी फर्जी लोन एप्प के माध्यम से, कभी बिना आर्डर का पार्सल भेजकर ठगी का शिकार बनाते हैं। आजकल ठग पर व्हाट्सएप पर शादी का निमंत्रण पत्र के रूप में लिंक भेजकर शातिर उनको साइबर ठगी का शिकार बनाने से नहीं चुकते। ऐसे में आमजन को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि वह अनजान व्यक्ति द्वारा भेजी गई किसी भी फोटो पर क्लिक ना करें तथा बैंकिंग एप्स को सुरक्षित लॉक करके रखें तथा अपनी निजी जानकारी को किसी भी व्यक्ति से सांझा करने से बचें ।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि साइबर जालसाजी से बचने का सबसे बेहतर तरीका है जागरूक होना। उसके बाद भी अगर ठगी हो जाये तो नेशनल साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें। अगर साइबर हेल्पलाइन पर समय रहते शिकायत की जाए तो आम आदमी की मेहनत की कमाई बचाई जा सकती है। 1930 पर तुरन्त शिकायत करनें पर आपका पैसा सुरक्षित वापिस आ सकता है ।

