Disadvantage of Curd: कई पोषक तत्वों से भरपूर दही सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है. दही खाने से खाने से डाइजेशन दुरुस्त, हड्डियों को मजबूती और इम्यून सिस्टम बेहतर होता है लेकिन कुछ समस्याओं से ग्रसित लोगों को दही का सेवन नहीं करना चाहिए. इन लोगों के लिए दही जहर समान होती है. साइनस की समस्या आजकल बहुत लोगों को हो गई है ऐसे लोगों को दही का सेवन करने से बचना चाहिए.
साइनस की समस्या में दही खाने के नुकसान (Disadvantage of Curd)
साइनस (Sinusitis) का इंफेक्शन होने पर नाक बंद होना, सिर दर्द, चेहरे पर दबाव, बलगम जमना और सांस लेने में परेशानी जैसी समस्याएं होती हैं. अगर साइनस की समस्या में आप दही का सेवन करते हैं तो आपकी समस्यायें बढॉ़ सकती है.
दही की तासीर बहुत ठंडी होती है. अगर आप साइनस की समस्या में दही का सेवन करते हैं तो इसमें बलगम की परेशानी बढ़ सकती है. दही शरीर में कफ बढ़ाने का काम करती है. इसलिए इस समस्या में आप दही खायेंगे तो नाक बंद होने और सांस लेने में समस्या बढ़ जायेगी.
आमतौर पर साइनस की समस्या बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण की वजह से ही होती है. कुछ मामलों में दही में मौजूद बैक्टीरिया साइनस के संक्रमण को और बढ़ा सकते हैं, जिससे समस्या लंबे समय तक बनी रह सकती है.
साइनसाइटिस में चेहरे के ऊपरी हिस्से में सूजन और दर्द महसूस होता है. दही में मौजूद प्रोटीन और ठंडी तासीर सूजन को बढ़ा सकती है, जिससे दर्द और असहजता बढ़ सकती है. इसलिए ऐसे में दही से परहेज करना ही उचित है.
इन लोगों को नहीं करना चाहिए दही का सेवन
जिन्हें बार-बार साइनस की समस्या होती है, जिन लोगों को एलर्जी की वजह से साइनस इंफेक्शन होता है, जो लोग बदलते मौसम में जल्दी बीमार पड़ जाते हैं, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है और वे आसानी से इंफेक्शन का शिकार हो जाते हैं. ऐसे लोगों को दही का सेवन नहीं करना चाहिए.