वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को देर शाम वाराणसी की सड़कों पर उतरकर विकास कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने मोहनसराय-कैंट के चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण तथा वाराणसी-प्रयागराज रेल खण्ड पर हरदत्तपुर- राजातालाब के मध्य सम्पार सं0 10ए/स्पेशल किमी0 219/8-9 में मोहनसराय-अदलपुरा मार्ग पर 4222.20 लाख की लागत से बन रहे रेल उपरिगामी सेतु का भी स्थलीय निरीक्षण किया।
मोहनसराय दीनदयाल उपाध्याय नगर चकिया मार्ग के मध्य सर्विस लेन के साथ 6 लेन तथा मोहनसराय से कैंट तक 4 लेन का 41253.32 लाख की लागत से 11.80 किमी. के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य (लगभग 89 फीसदी पूर्ण) को युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर अगस्त तक पूरा कराने का निर्देश पीडब्ल्यूडी के अभियंताओं को दिया।
इस मार्ग पर यातायात अधिक होने से जाम की स्थिति हो जाती है, जिससे बीएचयू अस्पताल, रेलवे व बस स्टेशन आदि स्थानों को जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह मार्ग कॉवरिया पथ होने के कारण श्रावण मास में एक महीने के लिए बंद कर यातायात को डाइवर्ट कर दिया जाता है, जिससे शहर में आने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है। मार्ग के दोनों तरफ सर्विस लेन बन जाने से मार्ग के मुख्य भाग में यातायात बन्द करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, जिससे यातायात सुचारू एवं सुगम हो सकेगा। गौरतलब हैं कि वर्षाकाल में मार्ग के दोनों तरफ जल जमाव हो जाता है, जिससे यातायात बाधित हो जाता है एवं दुर्घटना की आशंका प्रायः बनी रहती है। विभिन्न विभागों द्वारा बिजली दूरसंचार की केबिल्स एवं अन्य कार्यों हेतु प्रायः रोड कटिंग की जाती है, जिससे मार्ग बार-बार क्षतिग्रस्त एवं यातायात बाधित हो जाता है, इस वजह से सड़क के दोनों तरफ यूटिलिटी डक्ट का निर्माण किया जा रहा है। मार्ग पर चौराहों का विस्तारीकरण, जंक्शन सुधार, मीडियन पर स्ट्रीट लाइट, फुटपाथ एवं फुटपाथ लाइट का कार्य प्राविधानित है। इसके साथ रोड सेफ्टी का कार्य भी कराया जा रहा है। सारनाथ के कारण देश विदेश से पर्यटकों का आवागमन एवं अति विशिष्ट जनों का आवागमन जनपद में बना रहता है। परियोजना के पूर्ण होने से यातायात सुचारू एवं सुगम होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में वाराणसी-प्रयागराज रेल खण्ड पर हरदत्तपुर- राजातालाब के मध्य सम्पार सं0 10ए/ स्पेशल किमी0 219/8-9 में मोहनसराय-अदलपुरा मार्ग पर 4222.20 लाख की लागत से निर्माणाधीन 649.44 मीटर लंबी एवं 7.50 मीटर चौड़ी 02 लेन रेल उपरिगामी सेतु का भी स्थलीय निरीक्षण किया। इस उपरिगामी सेतु के शेष कार्य को हर हाल में अगस्त तक पूरा कराने को कहा।
इस रेलमार्ग पर रेलगाड़ियों का आवागमन अत्यधिक होने के कारण अधिकतर यह रेल सम्पार बन्द रहता है, जिससे मोहनसराय से अदलपुरा मार्ग की ओर आने-जाने वाले वाहनों तथा स्थानीय नागरिकों को आवागमन में अत्यधिक कठिनाई होती है। गौरतलब हो कि जनपद वाराणसी में मोहनसराय-अदलपुरा मार्ग डाला क्वैरी, चोपन क्वैरी एवं सुक्रुत क्वैरी से गिट्टी एवं बालू ट्रकों द्वारा गंगा नदी पर निर्मित चुनार गंगा सेतु से वाराणसी, भदोही, बाबतपुर आदि क्षेत्रों को पहुंचाने में कम दूरी तय करनी पड़ेगी। इस रेल उपरिगामी सेतु के बन जाने से मोहनसराय-अदलपुरा मार्ग के आस पास की जनता को कम समय में वाराणसी शहर, राजातालाब उप निबंधक कार्यालय गंगापुर, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बाबतपुर आदि क्षेत्र को जाने में समय एवं धन की भी बचत होगी। इस सम्पार से नियमित लगभग 5-6 हजार वाहन इस मार्ग से निकलेंगे तथा 26 ग्रामों की लगभग 1.50 लाख आबादी लाभान्वित होगी।