चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना साधते हुए कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे हुए व्यक्ति द्वारा पानी को लेकर विवादित टिप्पणी करना गलत है। इस प्रकार के बयान देकर वे लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं। जबकि उन्हें तो पंजाब के लोगों के हित में काम करना चाहिए। लेकिन वे अपनी राजनीति चमकाने के लिए इस प्रकार के बयान दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री सैनी अपने निवास संत कबीर कुटीर पर आयोजित कार्यक्रम में आए प्रबुद्धजनों को संबोधित कर रहे थे।
CM सैनी ने कहा कि हरियाणा और पंजाब भाई-भाई हैं, लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री लोगों में मतभेद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मान सरकार को किसानों के हित के लिए काम करना चाहिए। उन्हें किसानों को गारंटी देनी चाहिए कि वे उनकी फसल को एमएसपी पर खरीदेंगे। लेकिन ऐसा नहीं किया, बल्कि मान सरकार ने किसानों पर लाठी चलवाने का काम किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार आम आदमी पार्टी का दिल्ली के लोगों ने सूपड़ा साफ किया है, उसी प्रकार आने वाले समय में पंजाब के लोग भी इस पार्टी का सूपड़ा साफ करने का काम करेंगे।
सैनी ने पंजाब की सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पंजाब की सरकार ने महिलाओं से 2100 रुपये देने का वायदा किया था, लेकिन आज तक उस वायदे को पूरा नहीं किया। यहां तक कि इस बार के बजट में भी कोई प्रावधान नहीं किया। वे केवल वोट की राजनीति करने का काम करते हैं। जबकि हरियाणा में हमारी डबल इंजन की सरकार ने महिलाओं को लाडो लक्ष्मी योजना के तहत वित्तीय सहायता देने का संकल्प किया था और इस संकल्प को पूरा करते हुए हमने इसी वर्ष के बजट में 5 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कि विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस के प्रत्याशियों द्वारा वोट के बदले नौकरी देने के बयान सामने आए। इससे स्पष्ट है कि सरकार बनने से पहले ही नौकरियों की बोली लगनी शुरू हो गई थी। इतना ही नहीं, विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस के नेताओं ने चुनाव आयोग में शिकायत करके भर्ती परीक्षाओं के परिणाम जारी करवाने पर रोक लगवा दी। उसके बाद प्रदेशभर से बड़ी संख्या में युवा उनसे मिलने आए और उन्होंने आग्रह किया कि भर्ती परीक्षाओं के परिणाम जल्द निकालें। यदि कांग्रेस की सरकार बन गई तो हमें फिर चक्कर काटने पड़ेंगे। उस समय, मैंने युवाओं से वायदा किया कि मैं मुख्यमंत्री पद की शपथ बाद में लूंगा, पहले उन्हें ज्वाइंनिंग दूंगा। मैंने अपना ये वायदा पूरा करते हुए लगभग 25 हजार युवाओं को ज्वाइनिंग देने का काम किया।