Saturday, April 19, 2025
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गुरु तेग बहादुर जी का प्रकाश पर्व: CM सैनी बीड़ मथाना गांव पहुंचे, गुरुद्वारे में माथा टेका, गेट का किया उद्घाटन

कुरुक्षेत्र : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी ने धर्म और समाज की रक्षा के लिए अपना सर्ववंश न्यौछावर कर दिया। इस बलिदान और त्याग को हमेशा अपने जहन में याद रखने की जरूरत है। इस समाज के नागरिकों को श्री गुरु तेग बहादुर जी के आदर्शों, शिक्षाओं और वाणी को अपने जीवन में धारण करने की जरूरत है।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी शुक्रवार को गांव बीड मथाना में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से गुरु तेग बहादुर जी के प्रकाश पर्व पर श्री गुरुद्वारा सिंह सभा में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने गांव बीड मथाना के प्रवेश पर श्री गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बीड मथाना की तरफ से गुरु तेग बहादुर द्वार का उद्घाटन किया।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गांव बीड मथाना में श्री गुरु तेग बहादुर जी द्वार का किया उद्घाटन
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गांव बीड मथाना में श्री गुरु तेग बहादुर जी द्वार का किया उद्घाटन

प्रदेशवासियों की खुशहाली के लिए अरदास की

इसके उपरांत मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गांव के श्री गुरुद्वारा सिंह सभा में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को माथा टेका और प्रदेशवासियों की खुशहाली के लिए अरदास की है। इस प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा सिंह सभा प्रबंधक कमेटी के प्रधान हरपाल सिंह, गुलजार सिंह ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को सरोपा, स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को 11 लाख रुपए की अनुदान राशि देने की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेशवासियों को प्रकाश पर्व की लख-लख बधाई देते हुए कहा कि पूरे विश्व में श्री गुरु तेग बहादुर जी के प्रकाश पर्व पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। गुरु तेग बहादुर जी ने धर्म और समाज की रक्षा के लिए अपना सर्ववंश वार दिया। आज हिन्द की चादर गुरु तेग बहादुर जी की शिक्षाओं, आदर्शों को अपने जीवन में धारण करने की जरूरत है। इस पावन पर्व पर बीड मथाना में  गुरु तेग बहादुर जी की यादों को हमेशा तरो ताजा रखने के लिए प्रवेश द्वार का निर्माण किया गया है।

उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी कुरुक्षेत्र से इसी मार्ग से होते हुए लौहगढ़ पहुंचे थे। सरकार ने गुरु तेग बहादुर जी के साथ-साथ सभी गुरुओं की वाणी और इतिहास को संजोने के लिए कुरुक्षेत्र में भव्य और सुंदर संग्रहालय का निर्माण किया जाएगा।

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