चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अमर बलिदानी दादा कुशाल सिंह दहिया के 350वें बलिदान दिवस पर सोनीपत जिले के राई में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए युवाओं से आह्वान किया कि वे दादा कुशाल सिंह दहिया जैसे वीरों के आदर्शों से प्रेरणा लें और भारत को विश्वगुरु बनाने के संकल्प के साथ अपने धर्म, संस्कृति एवं देश की गरिमा की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहें।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अनेक घोषणाएं करते हुए कहा कि जीटी रोड से बड़खालसा जाने वाली रोड, जो नग्गल कलां से मनौली गांव तक जाती है, का नाम दादा कुशाल सिंह दहिया मार्ग किया जाएगा। बढ़खालसा सामुदायिक केंद्र का नाम अमर शहीद दादा कुशाल सिंह दहिया किया जाएगा। गांव बड़खालसा में दादा कुशाल सिंह दहिया के शहीदी स्मारक का जीर्णोद्वार किया जाएगा। गांव दीपालपुर में ग्राम पंचायत द्वारा उपलब्ध कराई गई भूमि पर एक करोड़ रुपए की राशि से महिलाओं एवं युवाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट पार्क बनाया जाएगा। साथ ही, गांव दीपालपुर में कम्युनिटी सेंटर का निर्माण करवाने की भी घोषणा की जिसके ऊपर लगभग 65 लख रुपए की राशि खर्च होगी। मुख्यमंत्री ने बढ़खालसा स्मारक को भी 31 लाख रुपए देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री के कहा कि राई विधानसभा क्षेत्र में 25 किलोमीटर के रास्तों को खेत-खलिहान योजना के तहत पक्का करवाया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने मलिकपुर से ताजपुर के बीच रास्ते को ऊंचा उठाने, बीस्वा मिल से लेकर बरोट चौकी तक रोड को ठेकेदार के माध्यम से ठीक करवाने, मलिकपुर से ताजपुर के बीच रास्ते पर लगते हुए तालाब का सौंदर्यीकरण करवाने, हल्के के गांवों में विभिन्न तालाबों का पोंड डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा निरीक्षण करवा कर आवश्यकता अनुसार इसका विस्तारिकरण एवं सौंदर्यीकरण करवाने, भूमि की उपलब्धता के आधार पर कुंडली में अर्बन स्वास्थ्य केंद्र के भवन का निर्माण करवाने की भी घोषणा की।
उन्होंने कहा की बहालगढ़ वासियों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था गांव जाजल के रेनीवेल से जोड़कर करवाई जाएगी। साथ ही, बहालगढ़ के लिए सीवेरज सिस्टम हेतु गांव खेवड़ा में एसटीपी के लिए उपलब्ध जमीन पर एसटीपी का निर्माण करवाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दादा कुशाल सिंह दहिया ने गुरु तेग बहादुर जी के पवित्र शीश को आनंदपुर साहिब तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए अपना स्वयं का शीश समर्पित कर दिया था। उनका यह बलिदान स्वाभिमान, साहस और वीरता की अद्वितीय मिसाल है, जो इतिहास के पृष्ठों में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस राज्य स्तरीय आयोजन का मुख्य उद्देश्य दादा कुशाल सिंह दहिया के त्याग और बलिदान की गाथा को जन-जन तक पहुंचाना है, ताकि युवा पीढ़ी उनसे प्रेरणा लेकर धर्म, समाज और राष्ट्र के प्रति समर्पण का भाव विकसित कर सके। उन्होंने कहा कि बढ़खालसा स्मारक परिसर, राई को एक राष्ट्रीय स्तर के प्रेरणा केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है ताकि आने वाली पीढ़ियां इस महान बलिदान से निरंतर प्रेरणा प्राप्त करती रहें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा की धरती सदैव शौर्य की जननी रही है। कुरुक्षेत्र की पावन भूमि पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का दिव्य उपदेश दिया था। उन्होंने कहा कि दादा कुशाल सिंह दहिया के बलिदान के मूल में श्री गुरु तेग बहादुर जी की प्रेरणा निहित थी, जिन्होंने धर्म की रक्षा हेतु अपने प्राण न्योछावर किए और ‘हिंद की चादर’ के रूप में विख्यात हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी के पावन चरण हरियाणा की भूमि पर अनेक बार पड़े। अपने विभिन्न प्रवासों के दौरान उन्होंने यहां की संगत को आध्यात्मिक ज्ञान दिया और धर्म की रक्षा के लिए प्रेरित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा ‘हिंद की चादर’ गुरु तेग बहादुर जी के 350वें बलिदान वर्ष के उपलक्ष्य में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस श्रृंखला में प्रदेशभर में चार पवित्र यात्राओं का आयोजन किया जा रहा है, जो पूरे हरियाणा को कवर करेंगी। इन यात्राओं का समापन 24 नवंबर को कुरुक्षेत्र में होगा। 25 नवंबर को, श्री गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान वर्ष पर कुरुक्षेत्र में महासमारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप मे शामिल होंगे।
दादा कुशाल सिंह दहिया का बलिदान इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित : महिपाल ढांडा
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने दादा कुशाल सिंह दहिया को नमन करते हुए कहा कि उनका बलिदान इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। सोनीपत की यह पावन धरती गौरवान्वित है कि उसने दादा कुशाल सिंह दहिया जैसे वीर को जन्म दिया, उनका त्याग हरियाणा की मिट्टी में साहस, सत्य और स्वाभिमान की अमर गाथा के रूप में दर्ज है। ऐसे वीरों के कारण ही हमारी संस्कृति, हमारी पहचान और हमारे मूल्य आज तक सुरक्षित और जीवंत बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि हिंद की चादर गुरु तेग बहादुर जी ने न केवल धर्म की रक्षा की, बल्कि मानव अधिकार, स्वतंत्रता और सत्य के प्रति अटूट निष्ठा का जो संदेश दिया, वह आज भी पूरे विश्व के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी और दादा कुशाल सिंह दहिया ने सत्य, धर्म रक्षा और मानवता की सेवा का मार्ग दिखाया। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि हम सभी को उनके बताए पथ पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल कौशिक तथा विधायक कृष्णा गहलावत ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार, डॉ अरविंद शर्मा, दिल्ली की सांसद कमलजीत सेहरावत, राज्यसभा सांसद सुभाष बराला, विधायक पवन खरखोदा, निखिल मैदान, देवेंद्र कादियान, रणधीर पनिहार, राजेश जून, मुख्यमंत्री के ओएसडी वीरेंद्र सिंह बड़खालसा, दादा कुशाल सिंह दहिया समिति के प्रधान वीर सिंह दहिया, पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर सहित अन्य गणमान्य भी उपस्थित रहे।

