Friday, May 30, 2025
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CM नायब सिंह सैनी ने कुरुक्षेत्र से शुरू किया विकसित कृषि संकल्प अभियान, किसानों को जागरूक करेंगे कृषि वैज्ञानिक

राष्ट्रव्यापी विकसित कृषि संकल्प अभियान की कड़ी में गुरुवार को हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कुरुक्षेत्र से विकसित कृषि संकल्प अभियान का आगाज किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने 5 विभागों की पत्रिकाओं का विमोचन और आईसीएआर की तरफ से तैयार विकसित कृषि संकल्प अभियान के पोस्टर को हस्ताक्षर करके लॉन्च किया।

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय परिसर में हरियाणा के कृषि, बागवानी, मत्स्य और पशुपालन विभागों तथा आईसीएआर द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कार्यक्रम में प्रदेशभर से आए किसानों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि किसानों की मेहनत, धैर्य और समर्पण से ही आज भारत खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बना है।

उन्होंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से हर किसान को नीति का सहभागी और नवाचार का भागीदार बनाएंगे। यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन है, जो किसानों को ज्ञान, नवाचार और तकनीक से सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह अभियान एक ऐसी त्रिवेणी है, जिसमें कृषि वैज्ञानिक, कृषि से जुड़े विभागों के अधिकारी और किसान एक-दूसरे से सीधा संवाद करेंगे।

इस अभियान का उद्देश्य किसानों को नई तकनीक, योजना और नवाचार से जोड़कर कृषि क्षेत्र में सुधार लाना है। किसानों को खरीफ फसलों की वैज्ञानिक तकनीकों की जानकारी देना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड के महत्व को समझाना और सरकारी योजनाओं व नीतियों का लाभ पहुंचाना है। इस अभियान के तहत किसानों से सीधा संवाद करके फीडबैक लेकर कृषि अनुसंधान को एक नई दिशा मिलेगी। आज से आगामी 12 जून तक प्रदेशभर में चलाया जा रहा यह अभियान, किसानों को सशक्त करने की प्रतिबद्धता का सशक्त प्रमाण है।

समृद्ध भारत तभी संभव होगा, जब हमारा किसान खुशहाल और आत्मनिर्भर बनेगा

नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘विकसित भारत’ का जो संकल्प लिया है, उसमें हमारे अन्नदाता को एक प्रमुख स्तंभ माना है। एक विकसित, मजबूत और समृद्ध भारत तभी संभव होगा, जब हमारा किसान खुशहाल और आत्मनिर्भर बनेगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की संयुक्त पहल है।

उन्होंने कहा कि इस महा अभियान के तहत देशभर में 2 हजार से अधिक कृषि वैज्ञानिकों और कृषि अधिकारियों की टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें गांव-गांव जाकर लगभग डेढ करोड़ किसानों से सीधा संवाद करेंगी। यह अपने आप में कृषि क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा जनसंपर्क अभियान होगा। इस दौरान किसानों को स्थानीय जलवायु, मिट्टी और फसलों के अनुरूप विशेष सुझाव दिए जाएंगे।

इस अभियान से किसान परंपरागत तरीकों के साथ-साथ स्मार्ट एग्रीकल्चर की ओर बढ़ेंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा कृषि प्रधान राज्य है। इस समय जलवायु परिवर्तन, जल संकट, भूमि की उपजाऊ शक्ति कम होना और बाजार की बदलती मांगें, ये सभी चुनौतियां आज हमारे सामने हैं। ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ इन्हीं चुनौतियों का सामना करने में किसानों को सशक्त बनाएगा। यह अभियान लैब से खेत तक, यानी कृषि अनुसंधान को सीधे हमारे किसानों के खेतों तक पहुंचाने का काम करेगा। कृषि वैज्ञानिक, कृषि अधिकारी और प्रगतिशील किसान मिलकर राज्य के 1,380 गांवों और 109 ब्लॉकों को कवर करेंगे।

उन्होंने कहा कि आज डिजिटल तकनीक ने खेती को बदल दिया है। इस अभियान’ के दौरान डिजिटल टूल्स की जानकारी भी दी जाएगी। इससे किसान परंपरागत तरीकों के साथ-साथ स्मार्ट एग्रीकल्चर की ओर आगे बढ़ सकेंगे।

इस मौके पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ राजा शेखर वुंडरू, मत्स्य पालन विभाग की आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी. कुमार, कृषि विभाग के निदेशक राज नारायण कौशिक, पशुपालन विभाग के महानिदेशक डॉ. प्रेम सिंह, मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय, चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति डॉ. बलदेव राज कम्बोज, महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के कुलपति सुरेश कुमार मल्होत्रा और लुवास विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति नरेश जिंदल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

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