Saturday, September 21, 2024
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रोहतक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती कार्यक्रम में की शिरकत, देखिये क्या कहा

चंडीगढ़।हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज पराक्रम दिवस पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती पर जिला रोहतक में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में नेताजी को नमन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि नेता जी सामान्य नाम नहीं, बल्कि देश की आजादी की पूरी कहानी है, इसलिए युवाओं को नेताजी के जीवन से देश सेवा की प्रेरणा लेनी चाहिए।
मनोहर लाल ने कहा कि भारत सदियों से गुलाम चला आ रहा था। पहले मुगलों का गुलाम रहा और फिर अंग्रेजों का गुलाम हुआ। आजादी की बातें तो उस समय लगातार चलती थी, लेकिन लोगों को विश्वास नहीं हो पा रहा था कि हमें कभी आजादी भी मिल पाएगी। नेताजी ने न केवल आजादी की लौ उत्पन्न करने की बात लोगों के मन में पैदा की, बल्कि लोगों में एक आत्मविश्वास पैदा किया कि हमें आजादी मिल सकती है।

उन्होंने कहा कि उस समय एक गरम दल और एक नरम ‌दल बने, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अलग-अलग विचारधारा के साथ काम किया। उन्होंने कहा कि आंदोलन शुरू करना आसान नहीं होता, लेकिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज का गठन किया और उन्होंने 50,000 लोगों की फौज बना डाली। ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि आज के हरियाणा क्षेत्र से भी उस समय हजारों युवक आजाद हिंद फौज में भर्ती हुए थे। इसी प्रकार, दूसरी और नरम दल यानि महात्मा गांधी के नेतृत्व में देश में असहयोग आन्दोलन की शुरुआत हुई और अंग्रेजों की सरकार के खिलाफ़ आजादी का बिगुल बजा। महात्मा गाँधी ने यात्राएं निकाली और जनता को अपने साथ जोड़ कर एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया। उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी जी को राष्ट्रपिता की संज्ञा देने वाले सबसे पहले व्यक्ति नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ही थे। दोनों नेताओं की ताकत ने अंग्रेज सरकार की जड़ें हिला दी।

उन्होंने कहा कि 22 जनवरी, 2024 का दिन भी देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन बन गया है। कल सारा देश राममय हो गया। हर किसी के मन में राम, तन में राम बसे थे। उन्होंने कहा कि त्रेतायुग से लेकर आज तक के काल खण्ड में कई महापुरुषों का जन्म हुआ, जिन्होंने समाज को जागृत करने के लिए और लोगों में संस्कार पैदा करने के लिए कार्य किये। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र की धरती पर गीता का संदेश दिया, जिस प्रकार बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने हमारा संविधान लिखा, उसी प्रकार गीता भी हमारे जीवन जीने का एक संविधान है।


हरियाणा में आज़ाद हिंद फ़ौज के 3 सिपाही आज भी जीवित, जिन्हें किया गया सम्मानित

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजाद हिंद फौज का गठन सन् 1942 में हुआ था और आज लगभग 80 वर्षों से भी अधिक का समय बीत जाने के बाद हरियाणा में आज़ाद हिंद फ़ौज के 3 सिपाही जीवित हैं। उन्होंने कहा कि जिला उपायुक्त को यह निर्देश दिए गए थे कि आजाद ‌हिंद फौज के जो सिपाही जीवित हैं तो उन्हें सम्मानित किया जाए, यही हमारी और से नेताजी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि जिला रेवाड़ी के गांव बुरथला के हरि सिंह आयु 105 वर्ष, कोसली के मंगल सिंह आयु 102 वर्ष तथा जिला महेंद्रगढ़ के गांव मांडी के जय प्रकाश आयु 98 वर्ष, आज भी जीवित हैं और आज इनके घर जाकर जिला प्रशासन की ओर से उन्हें सम्मानित किया गया है। इन स्वतंत्रता सेनानियों को हम युवा पीढ़ी के लिए नेताजी की निशानी के रूप में मान सकते हैं और युवाओं को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने गुफा मंदिर में मत्था टेक प्रदेशवासियों के लिए की मंगल कामना

इससे पहले मुख्यमंत्री ने गुफा मंदिर में मत्था टेका। उन्होंने मंदिर में सभी प्रदेशवासियों के लिए मंगल कामना की। इसके उपरांत उन्होंने स्थानीय सुभाष चौक पर स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।इस समारोह में लोकसभा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा, राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, पूर्व मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे

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